Disaster Preparedness Education in Schools Cyclone Safety Measures for Students स्कूली बच्चों ने सीखे चक्रवाती तूफान व आंधी से बचाव के तरीके, Begusarai Hindi News - Hindustan
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स्कूली बच्चों ने सीखे चक्रवाती तूफान व आंधी से बचाव के तरीके

जब चक्रवाती तूफान आये तो घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, घर के निचले हिस्से में ही रहना चाहिए

Newswrap हिन्दुस्तान, बेगुसरायSat, 17 May 2025 08:16 PM
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स्कूली बच्चों ने सीखे चक्रवाती तूफान व आंधी से बचाव के तरीके

नावकोठी, निज संवाददाता। सुरक्षित शनिवार को विभिन्न प्राथमिक, मध्य व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आपदा से बचाव की जानकारी बच्चों को दी जाती है। शनिवार को मध्य विद्यालय नावकोठी, पहसारा वभनगामा, कन्या पहसारा, राधा देवी कन्या नावकोठी, छतौना, रजाकपुर, समसा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय हसनपुर बागर, चकमुजफ्फर, सैदपुर विष्णुपुर, डफरपुर पूर्वी, डफरपुर पश्चिमी, एपीएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नावकोठी, बौधू सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहसारा वभनगामा, सिया लषण उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समसा, अकहा ररिऔना आदि में फोकल शिक्षक रामबहादुर यादव, मुकेश कुमार, राहुल कुमार, आलोक कुमार, अवनेश पाण्डेय, माधव, संजीत कुमार ने बच्चों को चक्रवाती तूफान व आंधी से बचाव की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि कम वायुमंडलीय दबाव के चारों ओर घूमने वाली गर्म हवा की तेज आंधी को चक्रवात कहते हैं। दक्षिणी गोलार्द्ध में इस तेज हवा को चक्रवात कहते हैं। यह घड़ी की सूई की दिशा में चलते हैं। वहीं, उत्तरी गोलार्द्ध में इसे हरीकेन या टाइफून कहा जाता है। ये घड़ी की दिशा के विपरीत चलती हैं। भारत के तटवर्ती इलाके विशेषकर ओडिशा, गुज़रात, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु,केरल, महाराष्ट्र और गोवा चक्रवात से ज्यादा प्रभावित होते हैं। बताया गया कि जब चक्रवाती तूफान आये तो घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। खासकर घर के निचले हिस्से में ही रहना चाहिए। जब चक्रवात या तेज हवा शांत हो जाए तभी घर से निकलना चाहिए। रेडियो या टीवी पर मौसम के साफ होने का संदेश प्रसारित होने का इंतजार करना चाहिए। घर से बाहर रहने की स्थिति में किसी भी छतदार मकान में आश्रय लेना चाहिए। घर के दरवाजे व खिड़कियों को बंद रखना चाहिए। आपातकालीन स्थिति के लिए मोबाइल, फोन, चार्जर, बैटरी, टार्च, माचिस तथा रेडिमेड खाने की वस्तुएं घर में अवश्य रखनी चाहिए। चक्रवाती तूफान या आंधी से बचने के लिए सरकारी सूचनाओं का पालन करना चाहिए। किसी भी पुरानी इमारत एवं क्षतिग्रस्त मकान में तथा पेड़ के नीचे नहीं रहना चाहिए। बिजली व टेलीफोन के खंभे के पास भी नहीं रहना चाहिए क्योंकि पोल के क्षतिग्रस्त होने पर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। खुले मैदान में भी नहीं रहने की सलाह दी गयी। इस स्थिति में अफवाह फैलाने से भी बचना होगा। मौके पर प्रधानाध्यापक मनोज कुमार मिश्र, राम सुजान सिंह, राजेश कुमार, विभाकर कुमार, हर्षवर्धन कुमार, अभय कुमार झा, इन्दु कुमारी, कंचन कुमारी, अशोक कुमार शर्मा, सरोज कुमार महतो, रमण कुमार झा, गणेश झा, संजीत कुमार महतो आदि मौजूद थे।

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