Farmers Reject Government Wheat Price as Market Rates Soar गेहूं का बाजार मूल्य अधिक, पैक्सों में नहीं हो पा रही अधिप्राप्ति , Begusarai Hindi News - Hindustan
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गेहूं का बाजार मूल्य अधिक, पैक्सों में नहीं हो पा रही अधिप्राप्ति

लीड पेज चार::::::::::करोड़ 10 लाख रुपए का सीसी कर दिया गया है, अबतक 21 किसानों को 26.83 एमटी के लिए किया गया भुगतान फोटो नंबर: एक, खोदावंदपुर प्रखंड के बाड़ा पैक्स में लगा ताला। बेगूसराय,...

Newswrap हिन्दुस्तान, बेगुसरायMon, 21 April 2025 08:34 PM
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गेहूं का बाजार मूल्य अधिक, पैक्सों में नहीं हो पा रही अधिप्राप्ति

बेगूसराय, हिन्दुस्तान टीम। सरकारी स्तर से खरीद के लिए गेहूं की निर्धारित दर से बाजार मूल्य 300 रुपए से अधिक है। इससे सरकारी स्तर से गेहूं की खरीदारी प्रभावित हो रही है। बताया गया है कि जिले में एक अप्रैल से सरकारी स्तर से गेहूं की खरीदारी शुरू हुई है। लेकिन, अबतक सिर्फ 31 किसानों से महज 33.23 एमटी गेहूं की ही ख्ररीदारी हो सकी है। बताया गया है कि सरकारी स्तर से गेहूं खरीदारी की दर 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। वहीं बाजार मूल्य 27 सौ से 28 सौ रुपए प्रति क्विंटल है। वहीं व्यापारी किसानों के खेत तक पहुंच रहे हैं। बताया गया है कि जिले में गेहूं की खरीदारी एक अप्रैल से 15 जून तक की जानी है। इसके लिए 121 पैक्स के अलावा बखरी, भगवानपुर व खेादावंदपुर व्यापार मंडल को चयनित किया गया है। हालांकि अभी तक 31 पैक्स ही क्रियाशील है। जिला सहकारिता अधिकारी सत्येंद्र प्रसाद पाल ने बताया कि जिले में सरकारी स्तर से 4601 एमटी खरीदारी का लक्ष्य रखा गया है। चिह्नित पैक्सों में 8 करोड़ 10 लाख रुपए का सीसी कर दिया गया है। अबतक 21 किसानों को 26.83 एमटी के लिए भुगतान कर दिया गया है। गेहूं की खरीदारी में तेजी लाने के लिए बीसीओ को आदेश जारी किया गया है। साहेबपुरकमाल में पांच क्विंटल गेहूं की ही हो सकी है खरीद साहेबपुरकमाल। निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में गेंहूं की फसल करीब-क़रीब शत-प्रतिशत कटनी हो चुकी है। इस बीच राज्य सरकार द्वारा पैक्सों को गेहूं की खरीद का लक्ष्य दिया है। सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप गेहूं की खरीद की रफ्तार चिंतनीय है। इसकी सबसे बड़ी वजह सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य (एमएसपी) का करीब तीन सौ रुपये कम होना माना जा रहा है। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी रितेश रंजन ने बताया कि प्रखंड सहकारिता विभाग को गेहूं की खरीद का लक्ष्य 145 मैट्रिक टन निर्धारित किया गया है। लेकिन अब तक महज 5 क्विंटल गेहूं की ही खरीद की जा सकी है। माना जा रहा है कि किसान इस कारण पैक्सों को गेहूं नहीं बेच रहे हैं कि सरकारी समर्थन मूल्य बाजार से करीब तीन सौ रुपये कम है। परोड़ा निवासी किसान मुखिया अशोक कुमार सिंह, शंभू सिंह, सीरैया निवासी मुखिया सुबोध सिंह मुन्ना, देवब्रत सिंह, समस्तीपुर निवासी सरपंच मनोज कुमार सिंह, रघुनाथपुर निवासी किसान ज्ञान यादव, आशुतोष कुमार, धीरज कुमार, लिंकन आदि कहते हैं तीन सौ रुपये कम समर्थन मूल्य में किसान अपनी मेहनत से पैदा कर फसल क्यों बेचें। बताया कि सरकार द्वारा जारी समर्थन मूल्य 24 सौ 25 रुपये है जबकि बाजार मूल्य 2650-2700 रुपये है। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि लक्ष्य के लिए निर्धारित समय 15 जून तक निर्धारित है। बछवाड़ा में 203 एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य, अबतक खरीदारी शुरू नहीं बछवाड़ा, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के सभी 18 पैक्सों में इस साल यानी वित्तीय वर्ष 2025 - 26 में कुल 203 एमटी गेहूं खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकारी निर्देश के आलोक में इस साल पैक्सों में विगत 1 अप्रैल से ही गेहूं की खरीद की जानी थी किन्तु 21 दिन बीत जाने के बावजूद एक भी पैक्स में अब तक गेहूं खरीद करने का खाता भी नहीं खुल सका है। किसानों ने बताया कि इस साल सरकार की ओर से गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है जबकि व्यापारी उनके घर पर पहुंचकर 2600 से 2700 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद कर रहे हैं। लिहाजा पैक्सों में गेहूं बेचने से अधिक मुनाफा व्यापारियों के हाथों गेहूं बेचने पर हो रहा है। इधर, बीसीओ गौरांग कृष्ण ने बताया कि सभी पैक्स अध्यक्षों को किसानों से गेहूं खरीद करने का निर्देश दिया गया है। गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक मूल्य पर व्यापारियों के द्वारा ही किसानों के यहां से गेहूं खरीद किए जाने के कारण क्षेत्र के एक भी किसान अब तक किसी भी पैक्स में अपना गेहूं बेचने नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सभी पैक्सों में गेहूं खरीद करने की पूरी तैयारी रखी गई है। गेहूं खरीद करने के लिए स्थानीय को- ऑपरेटिव बैंक से पैक्सों का कैश क्रेडिट किया जा चुका है। पैक्सों में गेहूं बेचने वाले किसानों को 48 घंटे के भीतर राशि भुगतान करने का निर्देश पैक्स अध्यक्षों को दिया गया है। खोदावंदपुर में 319 मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य, मात्र 5 क्विंटल हुई खरीद खोदावंदपुर, निज संवाददाता। खोदावंदपुर में सरकारी समर्थन मूल्य पर गेहूं उत्पादक किसानों से 319 मैट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें अबतक मात्र 5 क्विंटल ही गेहूं खरीदा गया है। सरकार ने वर्ष 2025-26 में गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य 2425 रुपया प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। पिछले वर्ष भी गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था। वह बाजार मूल्य से काफी कम था। इसको लेकर किसानों ने अपना गेहूं पैक्सों में नहीं बेचा था। विगत वर्ष खोदावंदपुर में सरकारी समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीद का कार्य शून्य रहा। प्रखण्ड सहकारिता अधिकारी अवधेश कुमार ने बताया है कि वर्ष 2025-26 में गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। खोदावंदपुर प्रखण्ड में मेघौल, खोदावंदपुर, फफौत, बरियारपुर पश्चिमी,बरियारपुर पूर्वी, बाड़ा,दौलतपुर एवं सागी पैक्सों के अलावा खोदावंदपुर व्यापार मंडल को गेहूं खरीदने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीसीओ ने बताया कि अपना गेहूं पैक्सों को बेचने के लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है। परन्तु किसान पैक्सों को अपना गेहूं बेचने से कतरा रहे हैं। इसके कारण किसान गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं कर रहे हैं। प्रखण्ड सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि बरियारपुर पूर्वी पैक्स के द्वारा अबतक मात्र 5 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। किसानों का आरोप इस संदर्भ में मेघौल गांव के किसान राम पुकार सिंह,सुधीर कुमार राय, कृष्ण कांत शर्मा,छोटन प्रसाद सिंह, बाड़ा के किसान बालेश्वर झा, प्रकाश चन्द्र झा, विजय कुमार झा, अश्विनी कुमार झा, कृष्ण कुमार झा आदि ने बताया कि वर्तमान समय में खुले बाजार में गेहूं का मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल है। जहां गेहूं बेचने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने की जरूरत भी नहीं होती। गेहूं का मूल्य तुरन्त मिल जाता है। गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य बाजार मूल्य से काफी कम निर्धारित किया गया है। किसान नेता जागेश्वर राय ने कहा कि सरकार किसानों को खुशहाल बनाना चाहती है। परन्तु किसानों को अपने उत्पाद का मूल्य निर्धारण का अधिकार नहीं है। गेहूं का उचित कीमत नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। यही कारण है कि गेहूं खरीदने के कार्य में पैक्स उदासीन हैं औऱ पैक्सों में ताला लटका हुआ है। किसान नेता श्री राय ने कृषि के क्षेत्र में सरकार की नीतियों की आलोचना की। पैक्स में नहीं पहुंच रहा गेहूं, अधिक कीमत मिलने के कारण व्यापारी के यहां बेच रहे हैं किसान बलिया, एक संवाददाता। बिहार सरकार द्वारा पैक्स में गेहूं खरीद का निर्देश जारी किया गया है। निर्धारित दर 2425 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। बावजूद किसान पैक्स में गेहूं नहीं देकर बाजार में व्यापारियों के साथ गेहूं बेचने को विवश हैं। भगतपुर के पैक्स अध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि बिहार सरकार रबी विपणन 2025-26 में पैक्स के माध्यम से गेहूं खरीद का निर्धारित मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल रखा है। बाजार में गेहूं की कीमत 2600 रुपया प्रति क्विंटल है। साथ ही सरकार किसानों को बोनस भी नहीं देती है। इसके कारण किसान व्यापारियों के हाथ में बेचने को मजबूर है। बलिया के व्यापारी परशुराम कुमार पोद्दार ने बताया कि वर्तमान में गेहूं का कीमत 2550 रुपए से 2650 तक है। वहीं बरबीघी के किसान मृत्युंजय कुमार, भगतपुर के किसान जितेंद्र नारायण सिंह, दीपक कुमार सिंह, धनंजय चौधरी, मनसेरपुर के किसान अवधेश सिंह ने बताया कि पैक्स में गेहूं अधिप्राप्ति का काम शुरू हो गया है। लेकिन बाजार से कम कीमत रहने के कारण हमलोग पैक्स को नहीं देकर व्यापारी के यहां बेच रहे हैं।

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