कविताओं के पाठ पर दिनभर श्रोता झूमते रहे
फोटो नंबर: दस- आरबीएस कॉलेज तेयाय में आयोजित कवि सम्मेलन में मौजूद कवि और अन्य लोग।

तेघड़ा, निज प्रतिनिधि। रामविलास सिंह महाविद्यालय में कविताओं के पाठ पर दिनभर श्रोता झूमते रहे। बेगूसराय सहित आसपास के जिलों से पहुंचे दर्जनों कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ करते हुए लोगों का खूब मनोरंजन किया। डॉ. एसएन झा द्वारा गीत भाड़े का गाना है नया भारत बनाना है गाकर लोगों को आशा की किरण दिखाई। रामानुज चौधरी की कविता मैं खुशगवार हूं का कविता पाठ कर वर्तमान समय में देश की स्थितियों को बयां किया। ललन लालित्य ने आम लोगों की समस्याओं के बारे में अपनी कविता कहते हुए सभी को वाह वाह करने को मजबूर कर दिया। इसी तरह शैलेन्द्र शर्मा त्यागी ने वीर रस की कविता का पाठ करते हुए पहलगाम पर आतंकी हमले को याद दिलाया।
चांद मुसाफिर की कविता ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर चोट की। बेगूसराय की वार्ड पार्षद शगुफ्ता ताजवर की कविता चारों ओर गर्मी है धूल है लगातार हो रहे पेड़ों की कटाई और चढ़ती गर्मी से लोगों की परेशानियों को बयां किया। काव्य पाठ और मुशायरा की अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गाजी सलाउद्दीन ने की। संचालन प्रख्यात लोक गायक डॉ सच्चिदानंद पाठक ने किया। इससे पूर्व महाविद्यालय पहुंचाए कवियों ने कॉलेज के संस्थापक शहीद रामविलास सिंह की पूण्यतिथि पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। बीएन हाई स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य रामकिंकर सिंह ने शहीद रामविलास सिंह के जीवनी को याद करते हुए कहा कि वह हमेशा सुदूर गांव के लोगों की शिक्षा को लेकर चिंतित रहते थे। यही चिंता उन्हें कॉलेज की स्थापना करने के लिए मजबूर कर दिया। मौके पर सुनीता झा, अमरशंकर झा सुब्बा, उपेन्द्र राम, महेन्द्र सरदार, गालिब अयाज आदि दर्जनों कवियों ने अपना पाठ किया।
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