कम्युनिस्ट पार्टी ही करेगी धर्म और धार्मिक संपत्तियों की रक्षा: शत्रुघ्न
फोटो नंबर: 10, कैप्शन: साहेबपुरकमाल प्रखंड मुख्यालय में वफ्फ बिल के खिलाफ धरना-प्रदर्शन में शामिल वामपंथी नेता व कार्यकर्ता ।

साहेबपुरकमाल, निज संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार को केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये वक्फ बिल के खिलाफ भाकपा व माकपा कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। भाकपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि वक्फ अधिनियम 2025 में व्यापक खामी रहने के कारण ही सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा रोक लगा दी गई। जिसकी पांच अप्रैल को फिर से सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि देश में लाल झंडा ही ऐसी पार्टी है, जो धर्म और धार्मिक संपत्तियों की रक्षा के लिए शुरू से आज तक संघर्ष करती आ रही है। हमारी पार्टी के महासचिव डी राजा ही उक्त कानून के खिलाफ आवेदक बने थे।
कहा कि आज भारत सरकार आतंकवादियों की घटनाओं से ध्यान भटकाने के लिए जातिगत गणना की बात कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि प्राकृतिक प्रकोप के कारण किसानों को हुई फसल क्षति के एवज में उन्हें प्रति एकड़ पच्चीस हजार रुपए का अतिशीघ्र भुगतान किया जाए। अंचल प्रभारी प्रताप नारायण सिंह ने कहा कि वक्फ बोर्ड अधिनियम के खिलाफ हो रहा जनांदोलन को पूरी तरह से वाजिब है। कहा कि मोदी सरकार अभी तक आतंकवादियों को सजा देने में असफल रही है। पूर्व प्रमुख मनोज कुमार ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का बनाया संविधान आज खतरे में है। धरना सभा की अध्यक्षता पूर्व मुखिया ललिता कुमारी ने किया। सभा को विद्यानंद यादव अंजनी कुमार सिंह दुलीचंद यादव, रामकुमार सिंह, सरफराज आलम आदि ने संबोधित किया। मौके पर मोहम्मद रिया उल हक, राजेश कुमार सुमन, मोहम्मद नौशाद, गोपाल पोद्दार, महेंद्र यादव, शंकर यादव, रामरसिक राम, गणेश चौधरी, गुलाम बक्शी, सिकंदर आलम, गयाश मंसूरी, सकलदेव चौधरी, मनोज पासवान, कपिल देव महतो, राम प्रकाश शर्मा, देवकी देवी, सुनीता देवी, अनीता देवी, आशा देवी, सरिता देवी, शीला देवी, खुशबू देवी, बुलंदी देवी आदि मौजूद थी।
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