Farmers in Kaimur Penalized for Burning Crop Residue Despite Awareness Campaign कृषि विभाग ने जिले के 42 किसानों का निबंधन किया रद्द, Bhabua Hindi News - Hindustan
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कृषि विभाग ने जिले के 42 किसानों का निबंधन किया रद्द

कैमूर के 16 किसानों पर दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि 42 किसानों का निबंधन रद्द किया गया है। कृषि विभाग ने पराली जलाने के मामले में सख्त कदम उठाए हैं। जागरूकता अभियान के बावजूद...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआSat, 26 April 2025 11:36 PM
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कृषि विभाग ने जिले के 42 किसानों का निबंधन किया रद्द

दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कैमूर के 16 किसानों पर की कार्रवाई जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी पराली जला रहे हैं किसान भभुआ, कार्यालय संवाददाता। कृषि विभाग ने खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर शिकंजा कस दिया है। ऐसे किसानों को विभाग ने चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। कैमूर के 42 किसानों का जहां निबंधन रद्द किया गया है, वहीं 16 किसानों पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा के तहत कार्रवाई की गई है। अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक भभुआ प्रखंड के दो, भगवानपुर प्रखंडके दो, चांद प्रखंड के 9 एवं मोहनियां प्रखंड के 21 किसानों का निबंधन रद्द कर दिया गया है। जबकि भभुआ के 16 किसानों पर सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की गई है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी ज्योति प्रकाश ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई जिला कृषि पदाधिकारी के स्तर से की गई है। शनिवार को भी परसियां पेट्रोल पंप के पास आग लगी। आग की लपट को नहीं रोका गया होता, तो बड़ी घटना हो जाती। उन्होंने बताया कि जिले में पराली जलाने की वजह से आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। कई घटनाओं में किसानों की संलिप्तता पायी गई है। कृषि विभाग ने इनपर कार्रवाई करते हुए पंजीकरण रद्द कर दिया। अब इन किसानों को सरकार की ओर से मिलने वाला लाभ प्राप्त नहीं होगा। धरती माता करें पुकार-मत जलाओ पुआल लाल रामपुर। कृषि विभाग के पदाधिकारियों व कर्मियों ने शनिवार को खेतों में पराली नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक किया। यह जागरूकता अभियान भितरीबांध, बेलांव और पसाई गांव में चलाया गया। इस दौरान किसानों से कहा गया कि खेतों में पराली न जलाएं। इससे खेत की उर्वरा शक्ति कमजोर हो जाती है। पराली को खेतों में सड़ा-गला दें, ताकि उससे जैविक खाद तैयार हो जाए। इससे उपज भी बढ़ेगी और मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी, जिससे किसानों को लाभ होगा। कर्मी अपने हाथों में तख्ती लिए हुए थे, जिसपर धरती माता करें पुकार-मत जलाओ पुआल लाल, पराली नहीं जलाना है-जैविक खाद बनाना है जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। अफसरों ने कहा कि जिन किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाई जाएगी उनका निबंधन रद्द कर उन्हें सरकारी लाभ से वंचित कर दिया जाएगा। मौके पर अमन सिंह, समृद्धि सिंह, मोहम्मद रिजवान, राकेश सिंह, सुमन कुमारी आदि थीं।

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