Imam Calls for Unity Against Terrorism Emphasizes Islam s Teachings मस्जिद से इमाम ने की आतंक के खिलाफ एकजुट रहने की अपील, Bhabua Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsBhabua NewsImam Calls for Unity Against Terrorism Emphasizes Islam s Teachings

मस्जिद से इमाम ने की आतंक के खिलाफ एकजुट रहने की अपील

भभुआ शहर के ईदगाह मस्जिद के इमाम मो. मोहसिन रजा ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता और इस्लाम हत्या की इजाजत नहीं देता। नमाजियों ने पहलगाम में हुए...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआWed, 7 May 2025 08:46 PM
share Share
Follow Us on
मस्जिद से इमाम ने की आतंक के खिलाफ एकजुट रहने की अपील

कहा, आतंकियों का कोई धर्म-जाति नहीं, उन्हें अल्लाह का क्रोध झेलना पड़ेगा बोले अकीदतमंद, हमारी जहां जरूरत पड़ेगी हम वहां देश के लिए खड़े रहेंगे (फ्लायर/पटना का टास्क) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। गंगा-जमुनी जहजीब का मिशाल पेश करनेवाले भभुआ शहर के ईदगाह मस्जिद के इमाम मो. मोहसिन रजा ने बुधवार की दोपहर नमाज अदा कराने के बाद आमजनों से आतंक के खिलाफ व राष्ट्र की सुरक्षा के लिए एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकी कृत्यों से धर्म के नाम को अपवित्र करते हैं, उन्हें अल्लाह का क्रोध झेलना पड़ेगा। इस्लाम में किसी को हत्या करने के लिए उकसाना भी शापित है।

यह एक गंभीर पाप है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ऐसी क्रूरता इस्लाम की शिक्षाओं के बिल्कुल विपरीत है। यह समय राष्ट्र के सम्मान, संप्रभुता और गरिमा के लिए चट्टान की तरह एकजुट होने का है। नमाज पढ़ने आए अकीदतमंदों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की एकजुट होकर कड़ी निंदा की और एयर स्ट्राइक को जायज बताया। उन्होंने इस हमले को अमानवीय और कायरतापूर्ण बताया। मो. अबीब ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। इस्लाम किसी भी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग ऐसे कृत्य करते हैं, उनका इस्लाम से कोई संबंध नहीं हो सकता। क्योंकि इस्लाम हमेशा इंसानियत, अमन और भाईचारे की बात करता है। मो. शान जमा खां ने कहा कि इमाम की एकजुटता की अपील ने न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ संदेश दिया, बल्कि यह भी दर्शाया कि भारतीय मुस्लिम समाज हर उस ताकत के खिलाफ है, जो देश की एकता और शांति को खतरे में डालने की कोशिश करता है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कैमूर के मुसलमानों में जबरदस्त गुस्सा है। वह अपनी एकजुटता पर कायम हैं और किसी के उकसाने या अफवाह फैलाने में नहीं आएंगे। नमाजियों ने सरकार ने पाकिस्तान को वक्त पर मुंहतोड़ जवाब दिया है। यह जरूरी था। देश की सुरक्षा और जनता की जान की हिफाजत को प्राथमिकता देना जरूरी है। सभी ने मिलकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प भी लिया। आतंकियों को मजहब नहीं होता ईदगाह मस्जिद में बुधवार को नमाज पढ़ने आए अधिवक्ता फिरोज आलम ने पहलगाम घटना की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान पर सीधी कार्रवाई की मांग की। नमाजियों ने सरकार से कहा कि इन्हें कठोर सजा मिलनी चाहिए। आतंक की कोई जात, धर्म या मजहब नहीं होता। उन्होंने कहा कि हम सभी इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और इस दु:ख की घड़ी में पीड़ितों के परिजनों के साथ खड़े हैं। सिंदूर ऑपरेशन को जायज बताया दोपहर की नमाज पढ़ने के बाद मो. फिरोज आलम ने सिंदूर ऑपरेशन को जायज बताया और कहा कि आतंकवाद का सफाया जरूरी है। इसे पनाह देनेवालों को भी विश्व के मंच पर सजा मिलनी चाहिए। आतंकियों ने बच्चों तक को नहीं बख्शा। आतंकवाद को किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता। आतंकी इंसान को मारकर अपनी कामयाबी तलाशते हैं, जो कहीं से जायज नहीं है। पर्यटकों के हत्यारों को पनाह देनेवालों को भी सजा मिलनी चाहिए। फाटो- 07 मई भभुआ- 3 कैप्शन- भभुआ शहर के ईदगाह मस्जिद में बुधवार की दोपहर नमाज अदा करने के बाद आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करते अकीदतमंद।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।