Repair Claims for 27 Non-Functional Hand Pumps in Schools Amid Water Scarcity जिले के 27 विद्यालयों के चापाकल ठप, छात्र हो रहे परेशान, Bhabua Hindi News - Hindustan
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जिले के 27 विद्यालयों के चापाकल ठप, छात्र हो रहे परेशान

भभुआ के 27 विद्यालयों के चापाकल बंद हैं, जिससे छात्रों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। रसोइयों को दूर से पानी लाना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को बंद चापाकलों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआSat, 12 April 2025 09:20 PM
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जिले के 27 विद्यालयों के चापाकल ठप, छात्र हो रहे परेशान

कार्यपालक अभियंता कर रहे विद्यालयों के बंद चापाकल की मरम्मत का दावा, डीपीओ की सूची में 27 बंद हैं चापाकल मध्याह्न भोजन पकाने के लिए रसोइया को दूर से ढोकर लाना पड़ रहा है पानी शिक्षा विभाग ने पीएचईडी को खराब चापाकल की मरम्मत के लिए दी है सूची (युवा पेज की लीड खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। गर्मी सवाब पर है। विद्यालय प्रात:काल का हो गया है। भूगर्भ जलस्तर भी खिसकने लगा है। ऐसे में जिले के 27 विद्यालयों के चापाकलों ने पानी उगलना बंद कर दिया है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन पकाने के लिए दूर से ढोकर पानी लाना पड़ रहा है। शिक्षक घर से बोतल में पानी लेकर आ रहे हैं। लेकिन, बच्चे परेशानी झेल रहे हैं। हालांकि शिक्षा विभाग ने इन बंद पड़े चापाकलों की मरम्मत के लिए लोक स्वास्थ्य प्रमंडल को सूची सौंपी है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (मध्याह्न भोजन) ने बताया कि अब तक उन चपकालों की मरम्मत नहीं कराई जा सकी है, जिनकी सूची पीएचईडी को दी गई थी। इस वजह से छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि अधौरा के छह, भभुआ के दो, भगवानपुर के तीन, चैनपुर के तीन, चांद के दो, दुर्गावती के चार, कुदरा के दो, मोहनियां के दो एवं नुआंव प्रखंड के पांच विद्यालयों के चापाकल से पानी नहीं मिल रहा है। इन्हीं खराब चापाकलों की सूची लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन लगभग आधा दर्जन चापाकल बंद हो रहे हैं। एक दिन चापाकल से पानी नहीं मिलने पर छात्र परेशान हो उठते हैं। सोचिए, अगर लगातार कई दिनों तक चापाकल बंद रहे, तो छात्रों को कितनी परेशानी होती होगी। मध्याह्न भोजन पकाने के लिए रसोइयों को दूर से पानी लाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि सूची भेजने के बाद सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोखरा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय अलीपुर, उच्च विद्यालय पियां, मध्य विद्यालय मोहनडड़वा, मध्य विद्यालय महुअत के चापाकल खराब हुए हैं। बंद चापाकलों की मरम्मत का दावा पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता रवि प्रकाश ने बताया कि गर्मी बढ़ने से चापाकल खराब हो रहे हैं। कई जगहों पर पानी का लेबल नीचे चले जाने से चापाकल से पानी नहीं मिल रहा है। चापाकलों की मरम्मत के लिए 11 टीमें गठित की गई है। सभी प्रखंड में एक-एक टीम लगाकर नियमित रूप से चापाकल की मरम्मत कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर विद्यालयों में बंद चापाकल की प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कराई जा रही है। लेकिन, विद्यालयों के बंद चापाकल और मरम्मत के दावे में अंतर है। एमडीएम के साथ ली जा रही चापाकल की रिपोर्ट शिक्षा विभाग की ओर से सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मध्याह्न भोजन पकाने की व्यवस्था की जाती है। विद्यालयों में भोजन पकता है या एनजीओ द्वारा पहुंचाया जाता है। शिक्षा विभाग विभागीय पोर्टल पर नियमित रूप से ऑनलाइन रिपोर्ट ले रहा है। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानाध्यापकों की होने वाली बैठक में भी विद्यालय में पेयजल की समस्या पर चर्चा होती है। एचएम द्वारा खराब चापाकल की जानकारी दी जाती है। विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के हित को देखते हुए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को खराब चापाकलों की तत्काल मरम्मत करनी चाहिए। गर्मी में छात्रों को हो रही है दिक्कत सरकारी विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है। शिक्षा विभाग ने अधिकतर विद्यालयों में बोरिंग कराकर समरसेबल लगाया है। हालांकि अभी भी काफी विद्यालय चापाकलों के सहारे हैं और बच्चे उसी के पानी से प्यास बुझा रहे हैं। कई प्रधानाध्यापकों ने बताया कि समरसेबल को चालू करके टंकी में पानी भरा जाता है। विद्यालय अवधि में टंकी का पानी गर्म हो जाता है। इस कारण बच्चे पीना पसंद नहीं करते हैं। चापाकल से ठंडा पानी निकलता है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोखरा के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार ने बताया कि समरसेबल होने से एमडीएम बनाने में दिक्कत नहीं हो रही है। लेकिन, चापाकल के खराब होने से छात्रों को पानी पीने में दिक्कत हो रही है। विद्यालय के दोनों चापाकल खराब हो गए हैं। कोट प्रधानाध्यापकों से विद्यालय में पेयजल की समस्या पर रिपोर्ट लगातार ली जा रही है। प्रधानाध्यापकों ने 27 विद्यालयों के चापाकल के खराब होने की जानकारी दी थी। इसकी सूची बनाकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी को भेजी गई थी। लेकिन, अब तक बंद चापाकलों की मरम्मत नहीं की जा सकी है। शंभू कुमार सिंह, डीपीओ, मध्याह्न भोजन फोटो- 12 अप्रैल भभुआ- 11 कैप्शन- सदर प्रखंड के भोखरा मध्य विद्यालय परिसर का बंद पड़ा चापाकल। फोटो- 12 अप्रैल भभुआ- 6 कैप्शन- भभुआ प्रखंड के कुंज मध्य विद्यालय में शनिवार को मध्याह्न भोजन करते बच्चे।

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