खगड़िया : मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता ने किया ओपीडी बाधित
गोगरी में आशा कार्यकर्ता और फेसिलेटर ने पांचवें दिन भी हड़ताल जारी रखी। यह हड़ताल 20 मई से शुरू हुई है, जिसमें मानदेय में वृद्धि और अन्य मांगों की पूर्ति की जा रही है। आशा संघ के अध्यक्ष ने कहा कि...

गोगरी। एक संवाददाता विभिन्न मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर शनिवार को पांचवें दिनों भी हड़ताल पर रही। इस दौरान ओपीडी सेवा को बाधित किया। वही मांगो के समर्थन में जोरदार नारे लगाए।आशा संघ के प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि यह हड़ताल गत 20 मई से शुरू की गई। उन्होंने कहा कि मानदेय प्रोत्साहन राशि में वृद्धि सहित अन्य मांगों की पूर्ति के लिए हड़ताल की जा रही है। प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि बीते वर्ष 2023 में 32 दिवसीय हड़ताल के दौरान आशा कार्यकर्ता फेसिलिटेटर के मासिक मानदेय राशि एक हजार रुपये बढ़ाकर 25 सौरुपये करने का निर्णय लिया गया था।
जिसे करीब दो साल बीतने पर भी लागू नहीं किया गया है। विभिन्न कार्यों के लिए वर्षों पूर्व तय राशि में केन्द्र सरकार के द्वारा करीब 10 साल में कोई पुनरीक्षण बढ़ोतरी नहीं की गई है। पिछले छह माह से लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाए। पिछला सारा बकाया का भुगतान करते हुए पोर्टल व्यवस्था में सुधार किया जाय। रिटायरमेंट की उम्र सीमा 65 वर्ष किया जाय। सेवानिवृत्ति के समय 10 लाख रुपये का रिटायरमेंट पैकेज दिया जाय व अनिवार्य मासिक पेंशन की सुविधा दी जाए।आशाओं को विभिन्न तरह के कामों के लिए जो प्रोत्साहन राशि मिलती है, उसका पुनरीक्षण किया जाए। 21 सौ रुपये बेसिक न्यूनतम मासिक मानदेय निर्धारित किया जाय। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी आशाओं को देय राशि का भुगतान पोर्टल के माध्यम से किया जाए और इसमें आशा फैसिलिटेटर को भी जोड़ा जाय। इस मौके पर पिंकी कुमारी, रंजन कुमारी सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।
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