बोले भागलपुर: केसरवानी समाज को राजनीति में भागीदारी मिले
भागलपुर में केसरवानी समाज को राजनीति में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है। समाज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, लेकिन केवल एक विधायक है। केसरवानी वैश्य सभा का कहना है कि सरकार को उनके...
जिले में केसरवानी समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समाज के लोग अच्छे-अच्छे पदों पर काम कर रहे हैं। शहर में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में इनकी भागीदारी रहती है। शहर के विभिन्न मोहल्लों में रहने वाले समाज के लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि राजनीति के क्षेत्र में उनके समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है। केसरवानी वैश्य सभा भागलपुर के पदाधिकारियों का कहना है कि बिहार में उनके समाज से मात्र एक विधायक हैं। सभी पार्टियों को केसरवानी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व करने का मौका देना चाहिए। पदाधिकारियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में नाला की नियमित सफाई नहीं हो रही है और पुराने पाइप के लिकेज होने के चलते गंदा पानी घरों तक पहुंच रहा है।
भागलपुर शहरी क्षेत्र के कई मोहल्लों में समाज के करीब 600 परिवार यहां रहते हैं। लेकिन शहर के विकास या सामाजिक कार्यों में इस समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। केसरवानी वैश्य सभा भागलपुर के पदाधिकारियों का कहना है कि पार्टी प्रत्याशियों के जीत-हार में इस समाज के लोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। केसरवानी वैश्य सभा भागलपुर के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी ने बताया कि बिहार और झारखंड में इस समाज की बड़ी आबादी है। मुंगेर, खड़गपुर, जमुई, सिकन्दरा, मसौढ़ी, गया, पटना, आरा और झारखंड के देवघर में इस समाज के लोगों की आबादी अच्छी है। राजनीति में भागीदारी का आलम यह है कि बिहार विधानसभा के 243 सीटों में मात्र एक विधायक इस समाज से हैं। इसका मुख्य कारण प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा इस समाज की उपेक्षा करना है। सभी पार्टियों को इस समाज के लोगों को भी प्रत्याशी बनाना चाहिए। इस समाज के सीताराम केसरी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। समाज के अधिकांश लोग शिक्षित हैं। वर्तमान में भागलपुर शहर में इस समाज के कई डॉक्टर, इंजीनियर सहित अन्य उच्च पदों पर काम कर रहे हैं। आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।
केसरवानी वैश्य सभा भागलपुर के सचिव मनोज केसरी मंगलम ने बताया कि देश के सभी राज्यों में केसरवानी समाज मानव सेवा, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्य के अलावा राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभाता है। 1918 में समाज के लोगों ने संगठित होकर अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य सभा का गठन किया था। जिसकी इकाई सभी राज्यों में संगठित होकर रचनात्मक कार्य, शिक्षा से जुड़े कार्य, वैवाहिक परिचय सम्मेलन, सहित अन्य कार्य जिला से लेकर गांवों तक कर रहा है। बिहार में केसरवानी समाज का मात्र एक विधायक विद्यासागर केसरी हैं। वह लगातार जीत रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें मंत्री नहीं बनाया जा रहा है। राजनीति में केसरवानी समाज को मौका मिलना चाहिए।
केसरवानी वैश्य सभा के सलाहकार कृष्ण कुमार केसरी ने बताया कि अलीगंज-हुसैनाबाद सड़क टूट गयी है। सड़क किनारे गंदगी के चलते लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। नाला की नियमित सफाई नहीं होती है। कई जगहों पर नाला टूट गया है। रामजी केसरी ने बताया कि बुद्ध विहार कॉलोनी में सप्लाई पानी के लिए दो साल पहले पाइप बिछाया गया, लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था नहीं है। छिनतई की घटनाएं अक्सर हुआ करती हैं। मिरजानहाट, मोहद्दीनगर, अलीगंज, मुंदीचक आदि मोहल्लों में पुराने पाइप से पानी की आपूर्ति की जा रही है। पाइप लिकेज होने के चलते गंदा पानी घरों तक पहुंच रहा है। सभा के कोषाध्यक्ष दीपक कुमार केसरी ने कहा कि कई मोहल्लों में पीने के पानी का संकट है। पाइप पुराना रहने से गंदा पानी की आपूर्ति हो रही है। नाला की नियमित सफाई नहीं होती है। सरकार केसरवानी समाज के गरीब छात्रों को नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था करे। नौकरी और पढ़ाई में इस समाज के लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए। शैलेन्द्र केशरी ने कहा कि शिवपुरी कॉलोनी में सड़क पर नाला का पानी बहता है। नाला की सफाई नहीं होने के चलते पानी सड़क पर बहता है। बारिश का पानी भी सड़क पर जमा हो जाता है। नालों की नियमित सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए। अवध किशोर केसरी ने कहा कि शहर के दक्षिणी क्षेत्र का विकास नहीं हो रहा है। हमेशा जाम की समस्या रहती है। बार-बार आग्रह करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। राज कुमार केसरी और महेश प्रसाद केसरी ने बताया कि रामकृष्ण पथ में नाला की सफाई नहीं होती है। कई बार नगर निगम में शिकायत की गयी। बावजूद इसके सफाई का काम नहीं किया जा रहा है।
बोले जिम्मेदार
पुराने और लिकेज पाइपों को बदला जाएगा। सभी वार्डों में पुराने पाइप को बदलने के लिए सूची तैयार की जा रही है। सूची बनने के बाद जल्द टेंडर निकाला जाएगा। कुछ जगहों पर प्याऊ का पाइप भी खराब होने की जानकारी मिली है। उसको भी बदलने की तैयारी की जा रही है। दक्षिणी क्षेत्र में पाइप बिछाने के दौरान जिन जगहों पर सड़कों को काटा गया है। उसकी मरम्मत करायी जाएगी। बुडको के अभियंता से इस संबंध में बात हुई है। तीन महीने में पानी आपूर्ति की व्यवस्था को ठीक कर लिया जाएगा। नालों की सफाई करने की भी तैयारी चल रही है।
-डॉ. बसुंधरा लाल, मेयर, नगर निगम
बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए हो विशेष व्यवस्था
भागलपुर। केसरवानी वैश्य सभा भागलपुर के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी ने बताया कि मूलरूप से उनका समाज कश्मीर से जुड़ा है। बिहार में केसरवानी समाज की बड़ी आबादी है। जबकि समाज के उत्थान के लिए किसी भी राजनीतिक दल ने ध्यान नहीं दिया। बिहार में केसरवानी समाज से मात्र एक विधायक हैं। भागलपुर में केसरवानी समाज राजनीतिक तौर पर पूरी तरह से उपेक्षित है। समाज के बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए सरकार को विशेष व्यवस्था करनी चाहिए। इसके लिए अलग से बजट में प्रावधान करना चाहिए। जिससे केसरवानी वैश्य समाज के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर बेहतर कॅरियर की ओर आगे बढ़ सकें। मुख्य रूप से केसरवानी समाज व्यवसाय पर निर्भर है।
सामाजिक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है समाज
भागलपुर। केसरवानी वैश्य समाज भागलपुर के सचिव मनोज केसरवानी ने बताया कि केसरवानी वैश्य परिवार भागलपुर में काफी वर्षों से रहते आ रहे हैं। समाज के लोग सामाजिक, राजनीतिक और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। समाज के सक्षम लोगों द्वारा धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए शारीरिक और आर्थिक रूप से सहयोग भी प्रदान किया जाता रहा है। सरकार द्वारा योजनाएं चलाकर समाज के लोगों के विकास के लिए पहल करनी चाहिए। केसरवानी समाज की युवा पीढ़ी और छात्र-छात्राओं का रुझान शिक्षा की ओर अधिक बढ़ रहा है। उनलोगों की निर्भरता मुख्य रूप से व्यवसाय पर रही है। जबकि बदलते समय में युवाओं का अधिक जोर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सरकारी नौकरी, इंजीनियरिंग, मेडिकल और सिविल सर्विसेज में अपना कॅरियर बनाने में है। सरकार के स्तर से अगर समाज के बच्चों को शिक्षा और व्यवसाय के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाय तो उनका समाज सक्षम होकर आगे बढ़ सकता है।
बेहतर कॅरियर के लिए युवा नौकरी को पसंद कर रहे
भागलपुर। केसरवानी वैश्य समाज भागलपुर के संयोजक अजय केसरी ने बताया कि बिहार और भागलपुर में उनका समाज छोटे व्यवसाय से जुड़ा हुआ था। समय के बदलाव के साथ युवा पीढ़ी ने सरकारी नौकरी की ओर रुख करना शुरू कर दिया। आज भी समाज में काफी ऐसे परिवार हैं जिनके बच्चों को अच्छे स्कूल- कॉलेजों में नामांकन नहीं मिल पाता। जिसके चलते चाहकर भी बच्चे आगे नहीं बढ़ पाते हैं। सरकार अगर समाज के बच्चों को बड़े स्कूलों और कॉलेजों में नामांकन की सुविधा सुनिश्चित होने के साथ आर्थिक मदद करे तो युवा पीढ़ी निश्चित रूप से बेहतर मुकाम प्राप्त करेगी। दक्षिणी क्षेत्र में चोरी, छिनतई सहित अन्य आपराधिक गतिविधि काफी बढ़ गई है। शाम या अंधेरा होते ही जरूरी कार्य से निकलने में भी इलाके के लोग असहज महसूस करते हैं।
राजनीति के क्षेत्र में केसरवानी समाज को प्राथमिकता मिले
भागलपुर। केसरवानी वैश्य समाज भागलपुर के संगठन मंत्री अवध किशोर केसरी ने बताया कि केसरवानी समाज हर दृष्टिकोण से पिछड़ा और उपेक्षित है। समाज में कई डॉक्टर, इंजीनियर और वकील होने के बावजूद वैसा सम्मान नहीं मिल पाता है जो उन्हें मिलना चाहिए। केसरवानी समाज को राजनीति में बेहतर स्थान मिलना चाहिए। भागलपुर के दक्षिणी क्षेत्र में केसरवानी की बड़ी आबादी निवास करती है। लेकिन दक्षिणी क्षेत्र विकास के पैमाने पर नगण्य है। जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन के लिए यह इलाका आज भी उपेक्षित है। स्मार्ट सिटी का कोई विकास कार्य इस इलाके में नहीं हुआ। जिससे क्षेत्र की बड़ी आबादी विकास की मुख्यधारा से वंचित है। शीतला स्थान चौक से अलीगंज जाने वाली सड़क पर अतिक्रमित है। गंदगी का अंबार लगा रहता है।
इनकी भी सुनिए
केसरवानी वैश्य समाज पिछड़ा वर्ग में आता है। लेकिन उनलोगों को सरकार द्वारा दिए जाने वाले आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता है। रेलवे में सफर करने के दौरान आरक्षण टिकट में उम्र की वरीयता एवं शारीरिक अवस्था को ध्यान में रखकर सीट उपलब्ध कराया जाना चाहिए। जिससे वृद्धजनों को यात्रा करने के दौरान असुविधा नहीं हो।
-दिव्या केसरी
देश के कई राज्यों में ई श्रम कार्ड धारकों के खाते में प्रोत्साहन राशि मिल रही है, लेकिन बिहार की महिलाओं, युवाओं, बेरोजगारों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। बिहार में इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए।
-पूनम केसरी
महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके कारण किचन का बजट संतुलित करना मुश्किल होता है। गैस सिलेंडर भी दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है। सरकार को किचन के जरूरी सामान पर से महंगाई कम करना चाहिए। महिला सुरक्षा के साथ स्वरोजगार को भी बढ़ावा देने की जरूरत है।
-अनुपम देवी
प्राइवेट स्कूलों में हर साल री-एडमिशन फीस देनी पड़ती है। जब बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ते हुए अगली कक्षा में जाते हैं तो री-एडमिशन शुल्क लेना ठीक नहीं है। सरकार को नियम बनाकर इस पर रोक लगानी चाहिए।
-सुरुचि केसरी
बिना भय के छात्राएं और महिलाएं घर से बाहर पढ़ाई या नौकरी कर सकें। इसके लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को वुमेन सेफ्टी की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। हर क्षेत्र में नौकरी और रोजगार के लिए पुरुषों के समान महिलाओं को अवसर मिलना चाहिए।
-पूनम श्वेत केसरी
केसरवानी वैश्य समाज को राजनीति में भागीदारी मिलनी चाहिए। पूरे बिहार में केसरवानी समाज से मात्र एक विधायक हैं। जिससे समाज के हित की बात सदन में प्रमुखता से नहीं उठ पाती है। राजनीतिक भगीदारी बढ़ने से समाज के विकास में मदद मिलेगी।
-शरद केसरी, संगठन मंत्री
केसरवानी वैश्य समाज के लोग शहर के विभिन्न मोहल्लों में रहते हैं। मुंदीचक में जलापूर्ति की व्यवस्था अच्छी नहीं है। पाइप लिकेज होने से कीड़ा और गंदगी पानी में रहता है। दो साल पहले पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाया जा चुका है। लेकिन पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई हैं।
-दीपक केसरी, कोषाध्यक्ष
केसरवानी समाज का विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विकास के हर कार्यों में समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। सरकार को भी समाज के विकास पर ध्यान देना चाहिए। हर क्षेत्र में केसरवानी समाज की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए।
-महेश केसरी, उपाध्यक्ष
केसरवानी समाज के उत्थान के लिए सरकार को कदम उठाना चाहिए। केसरवानी वैश्य समाज आर्थिक रूप से कमजोर है। आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
-राजकुमार केसरी
केसरवानी समाज के लोग कश्मीर से निकलकर देश के विभन्न राज्यों में आकर बसे। इन्हें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछड़े वर्गों की सूची में शामिल किया गया है। बिहार सरकार को भी इसी तरह से केसरवानी वैश्य समाज के उत्थान के लिए काम करना चाहिए।
-राहुल केसरी, सह संयोजक
चोरी छिनतई की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से नियमित गश्त करनी चाहिए। पुलिस को असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की नियमित निगरानी करने की जरूरत है। शहर के दक्षिणी क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां बढ़ गयी हैं। रात में आने-जाने में डर लगता है।
-कृष्ण मुरारी केसरी, सलाहकार
शिक्षा काफी महंगी होती जा रही है। निजी विद्यालयों में कई तरह के अतिरिक्त शुल्क देने पड़ते हैं। सरकारी विद्यालयों की शिक्षा पद्धति को बेहतर करने के साथ सरकार को निजी विद्यालयों और शिक्षण संस्थान के शुल्क वृद्धि के लिए नियम तय करना चाहिए।
-रामजी केसरी
समस्याएं
1. सभी राजनीतिक दलों ने केसरवानी समाज को नजरअंदाज किया।
2. निजी विद्यालयों में कई तरह के अतिरिक्त शुल्क देने पड़ते हैं।
3. शिक्षा के क्षेत्र में केसरवानी समाज के बच्चों को मदद नहीं मिलती।
4. दक्षिणी क्षेत्र में स्मार्ट सिटी से काम नहीं हुआ।
5. इलाके में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि।
सुझाव
1. निजी स्कूलों में हर साल लिए जाने वाले री-एडमिशन शुल्क बंद हो।
2. छात्रा और महिलाओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो।
3. आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार को पीएम आवास के तहत लाभ मिले।
4. पुराने पाइप को बदलकर नया लगाया जाए।
5. सरकार की सभी योजनाओं का लाभ समाज को मिले।
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