मुंबई में मीटिंग के लिए निकले बिहार के कारोबारी का अपहरण; यूपी में मिली कार, मोबाइल स्विच ऑफ
अपह्रत के पिता विनोद सिंह का कहना है कि मंगलवार की सुबह 10 बजे मनीष घर से यह कह कर निकले थे, कि टाटा मोटर्स कंपनी की एक मीटिंग मुंबई में होनी है। जिसके लिए वे वाराणसी से हवाई जहाज से मुंबई जाने वाले हैं। लेकिन वो मीटिंग में नहीं पहुंचे, और उनकी गाड़ी यूपी के चंदौली में मिली है।

रोहतास जिले के डेहरी से मुंबई में मीटिंग की बात कह घर से निकले जिले के बड़े व्यवसायी और हुंडई शो रूम के मालिक 37 वर्षीय मनीष कुमार का बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। उनका मोबाइल बंद है और गाड़ी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के टेंगरा मोड़ के समीप सड़क के किनारे मिली है। बुधवार की सुबह अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के खपड़ा गांव निवासी पिता विनोद सिंह ने बेटे मनीष के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई है। अपह्रत के पिता विनोद सिंह का कहना है कि मंगलवार की सुबह 10 बजे मनीष घर से यह कह कर निकले थे, कि टाटा मोटर्स कंपनी की एक मीटिंग मुंबई में होनी है। जिसके लिए वे वाराणसी से हवाई जहाज से मुंबई जाने वाले हैं।
हालांकि वह किसके साथ जा रहे हैं, इसकी जानकारी परिवार के किसी सदस्य को नहीं है। मंगलवार को करीब 12 बजे मनीष कुमार का मोबाइल बंद हो गया। परिजनों ने कॉल किया तो मोबाइल बंद मिला। परिजनों ने सोचा कि फ्लाइट से यात्रा करने के कारण मोबाइल बंद होगा। लेकिन, ढाई बजे जब टाटा मोटर्स कंपनी के अधिकारियों ने विनोद सिंह को फोन कर यह पूछा कि अब तक मीटिंग में क्यों नहीं आ पाए हैं, तब परिजनों को अनहोनी का शक हुआ। इसके बाद मनीष कुमार के दोनों मोबाइल पर परिजन कॉल लगाने लगे। मोबाइल बंद पाया गया।
पिता ने बताया कि मनीष कभी अपना मोबाइल बंद नहीं करते हैं। परिजनों ने पूरे मामले की जानकारी नगर थानाध्यक्ष शिवेंद्र कुमार को दी। परिजनों ने अपने स्तर से खोजबीन शुरू की। मंगलवार की शाम पता चला जिस सफारी गाड़ी से मनीष कुमार वाराणसी गए थे। उसे लावारिस हालत में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के टेंगरा मोड़ के समीप सड़क के किनारे पाया गया है। गाड़ी पूरी तरह लॉक थी, जिसकी जानकारी पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी गई।