शिक्षा व्यक्ति और समाज दोनों के विकास की कुंजी : कुलपति
हिलसा एसयू कॉलेज में दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत शिक्षा व्यक्ति और समाज दोनों के विकास की कुंजी : कुलपति शिक्षा व्यक्ति और समाज दोनों के विकास की कुंजी : कुलपति

हिलसा एसयू कॉलेज में दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत जर्जर छात्रावास को दुरुस्त करने और अतिक्रमण हटाने का निर्देश नवीकरणीय ऊर्जा से पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में छात्रों को दिए टिप्स प्राचार्य ने शिक्षक की कमी समेत रखी कॉलेज की समस्याएं फोटो: 23हिलसा01: हिलसा एसयू कॉलेज में शुक्रवार को कार्यशाला का उद्घाटन करते कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह, कुलसचिव एन.के. झा व अन्य। हिलसा, निज प्रतिनिधि। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह ने शुक्रवार को हिलसा एसयू कॉलेज में भौतिकी विभाग द्वारा आयोजित ‘एनवायरमेंटल रिमिडिएशन बाई रिन्यूएबल एंड सब्सटेंस एनर्जी विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे अनमोल उपहार है।
यह व्यक्ति को न केवल सशक्त बनाती है बल्कि समाज में उसकी भूमिका को भी महत्वपूर्ण बनाती है। ऊर्जा हमें कुदरत से मिलती है, जैसे सूरज की रोशनी, हवा, पानी और धरती की गर्मी, वह कभी खत्म नहीं होती और खुद ही फिर से बन जाती है। यह ऊर्जा पेट्रोल-डीजल जैसे ईंधनों से कहीं ज़्यादा पर्यावरण के लिए अच्छी है और मौसम बदलने की समस्या को कम करने में मदद करती है। उन्होंने कॉलेज के संस्थापक श्रीचंद बाबा विष्णु प्रकाश उदासीन उर्फ झक्कड़ बाबा के योगदान को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीण परिवेश में शिक्षा का दीप जलाकर एक मिसाल कायम की। ऐसे पुरोधाओं से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षा को समाज परिवर्तन का माध्यम बनाया। इससे पहले कुलपति ने कॉलेज के जर्जर छात्रावास और अतिक्रमण वाली जमीन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जल्द से जल्द छात्रावास की मरम्मत कराने और अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। प्राचार्य गजेंद्र प्रसाद गदकर ने समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अनुमंडल का यह एकमात्र अंगीभूत कॉलेज है। यहां 8 प्रखंडों के लगभग छह हजार छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। शिक्षकों की भारी कमी सबसे बड़ी समस्या है। इस पर कुलपति ने सभी खाली पदों को जल्द भरने और कॉलेज के समग्र विकास का आश्वासन दिया। कुलसचिव प्रो एन.के. झा ने बताया कि आज पूरी दुनिया में ऊर्जा बचाने पर जोर दिया जा रहा है। इसलिए हमें आगे चलकर सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायोगैस और ऐसी ही दूसरी ऊर्जाओं को बचाकर रखना होगा। मौके पर डॉ. सम्राट सरकार, प्रो. वीसी रॉय, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. अयान मुखर्जी, प्रो. अनीता सागर, प्रो. एके भास्कर, डॉ. लूसी कुमार, डॉ. राजीव नयन, अरुण प्रसाद, वंदना रानी, पीसी चौरसिया, डॉ. रामकृष्ण परमहंस, प्रो. मुशरत जहां, प्रो. पूर्णेन्दु शंकर, डॉ. घनश्याम कुमार, डॉ. प्रभात कुमार, प्रो. अरविंद कुमार, डॉ. हरजीत कुमार आदि मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।