तीन अधिकारियों के भरोसे चल रहा चक्की प्रखंड
ग्रामीण सुबह से शाम तक आवेदन लेकर इंतजार करते हैं, लेकिन बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका है। चक्की प्रखंड में विभागीय अधिकारियों की कमी के कारण सरकारी कार्यों में समस्याएं...

समस्याएं ग्रामीण सुबह से शाम तक आवेदन लेकर इंतजार करते रहते हैं बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका चक्की, एक संवाददाता। जिले का आकांक्षी प्रखंड चक्की में विभागीय अधिकारियों और कर्मियों की कमी का दंश झेल रहा है। अधिकांश विभाग के पास न तो अपना भवन है न ही स्थाई पदाधिकारी। बीएओ, एमओ, बीडब्ल्यूओ, सीडीपीओ, बीएसओ, आरओ, बीईओ के पद वर्षों से खाली पड़े हैं। कहीं-कहीं प्रभार में पदभार सौंपा गया है। नतीजतन, आम लोगों को सरकारी कार्यों के निष्पादन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां पदस्थापित अधिकारी भी नियमित रूप से कार्यालय नहीं आते हैं।
ग्रामीण सुबह से शाम तक आवेदन लेकर इंतजार करते रहते हैं। बाद में बिना कार्य कराए ही वापस घर लौट जाते हैं। बीडीओ लालबाबू पासवान ने बताया कि वर्तमान में महज तीन स्थायी पदाधिकारियों में बीडीओ, बीपीआरओ और सीओ कार्यरत हैं। अन्य विभागों में स्थायी नियुक्ति नहीं होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। आकांक्षी प्रखंड का दर्जा मिलने के बाद भी बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका है। दो-तीन कर्मचारी ही एक साथ कई विभागों का कार्यभार संभाल रहे हैं। जिससे आम जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थायी पदाधिकारियों को ही विभागीय कार्यों की जिम्मेदारी दे दी जाए। ताकि, लोगों के कार्यो का निष्पादन हो सकें। उन्होंने सरकार से प्रखंड में खाली सभी महत्वपूर्ण पदों पर शीघ्र स्थायी बहाली करने की मांग की है।
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