क्लीनिक में तोड़फोड़, आगजनी, डॉक्टर ने भागकर बचाई जान; धरती के भगवान पर क्यों भड़के लोग
- क्लीनिक में मरीज की मौत की सूचना पाकर उसके गांव से बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ शुरू कर दी और बाद में को आग के हवाले कर दिया।

बिहार के जहानाबाद में टेहटा थाना क्षेत्र के इमलिया मोड़ के पास संचालित एक निजी क्लीनिक में एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा। आक्रोशित लोगों ने तोड़फोड़ के बाद क्लीनिक में आग लगा दी। वहीं क्लीनिक के बाहर सब्जी तथा गोलगप्पा बेच रहे ठेला को भी निशाना बनाते हुए पलट दिया। हालांकि पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को निंयत्रित किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम गंगासागर गांव निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति ब्रह्मदेव यादव इलाज के लिए उक्त क्लीनिक में आया था। सर्दी खांसी से पीड़ित थे। इलाज के क्रम में ग्रामीण चिकित्सक के द्वारा एक इंजेक्शन दिया गया जिसके बाद उसकी तबीयत और खराब होने लगी। और कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर उसके गांव से बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ शुरू कर दी और बाद में को आग के हवाले कर दिया।
हालांकि ग्रामीणों की भीड़ जुटने के पहले डॉक्टर किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकला। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर के द्वारा गलत इंजेक्शन दिया गया जिसके कारण उसकी मौत हुई। घटना की सूचना पाकर टेहटा थाने की पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। मामला नियंत्रित न होता देख बड़ी संख्या में जिले से पुलिस बल को बुलाया गया। प्रशासन के लोगों ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
घटनास्थल पर एसडीओ राजीव रंजन सिन्हा तथा एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह के पहुंचने के बाद शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर थाना लाया है। थाने में स्थानीय विधायक सतीश दास भी पहुंचकर लोगों को शांत कराया। एसडीपीओ ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि क्लीनिक में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
घटना के बाद क्लीनिक संचालक फरार हैं। स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गहनता से छानबीन चल रही है।