1700 बेड का अस्पताल बनाने की कवायद शुरू
दरभंगा में डीएमसीएच के लिए अच्छी खबर है। 2546.41 करोड़ की लागत से पुनर्विकास का कार्य शुरू हो गया है। नए 1700 बेड वाले अस्पताल का निर्माण सोमवार से प्रारंभ हुआ। निर्माण कंपनी एनसीसी ने स्थल का...

दरभंगा। उत्तर बिहार के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। डीएमसीएच में मरीजों के लिए न्यू सर्जिकल बल्डिगिं में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के बाद अब संस्थान को 2546.41 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित करने की कवायद भी शुरू हो गई है। कर्पूरी चौक चौक के बगल में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के मैदान में प्रस्तावित अस्पताल के 1700 बेड वाले नए भवन के नर्मिाण की प्रक्रिया सोमवार को शुरू हो गई। नर्मिाण कंपनी एनसीसी के प्रबंधक सी पद्मनाभन ने वहां पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ कंपनी के अतीश झा और बीएमएसआईसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर निखिल गायकवाड़ भी मौजूद थे। नए भवन के नर्मिाण के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एनसीसी को जम्मिा दिया गया है।
एनसीसी के महाप्रबंधक ने कई घंटों तक स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने श्री गायकवाड़ से विचार-विमर्श भी किया। स्थल निरीक्षण के बाद महाप्रबंधक के नर्दिेश पर नर्मिाण स्थल की घेराबंदी शुरू कर दी गई। घेराबंदी के लिए कंपनी ने कई बड़े- बड़े बैरीकेड नर्मिाण स्थल पर गिरा दिए हैं। महाप्रबंधक सी पद्मनाभन ने बताया कि घेराबंदी के अलावा अन्य प्रारंभिक कार्य पूरा करने के बाद अगस्त महीने से भवन नर्मिाण का काम शुरू कर दिया जाएगा। मशीनें और अन्य उपकरण जल्द यहां पहुंच जाएंगे। बता दें कि डीएमसीएच को पुनर्विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों शिलान्यास किया था। डीएमसीएच को पुनर्विकसित कर एमबीबीएस की सीट बढ़ाकर 250 करने की योजना है। साथ ही मरीजों के लिए बेड भी बढ़ जाएंगे। पहले फेज में अस्पताल के भवन का नर्मिाण किया जाना है। उपकरणों पर करीब 350 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दूसरे फेज में हॉस्टल और आवास बनाया जाएगा। इसमें 1772 छात्रों के रहने के लिए हॉस्टल, 112 वरीय चिकत्सिकों के आवास, 214 नर्सिंग स्टाफ के लिए आवास, 80 कर्मचारियों के लिए आवास और अधीक्षक एवं प्रिंसिपल आवास बनाया जाना है। इससे रहने और पढ़ाई करने की समस्या दूर हो जाएगी।
विभन्नि विभागों में बेडों की संख्या
जेनेरल मेडिसीन वार्ड - 240 बेड
बाल चिकत्सिा वार्ड -240
श्वास रोग विभाग -90 बेड
चर्म रोग विभाग - 60 बेड
नेत्र रोग विभाग - 90 बेड
नाक, कान व गला रोग -60 बेड
दंत रोग विभाग -10 बेड
इंडो क्रोनोलोजी विभाग -10 बेड
गहन चिकत्सिा इकाई -670 बेड
पोषण पुनर्वास केंद्र - 40 बेड
मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर - 21 बेड
बाह्य रोग कक्ष - 140 बेड
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