पूर्व मंत्री जीएस रामचंद्र जन सुराज में शामिल, प्रशांत किशोर ने दिलाई सदस्यता; हम में थे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
जीएस रामचंद्र दास दो बार बाराचट्टी और एक बार बोधगया विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे मूल रूप से गया जिले के रहने वाले हैं।

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रह चुके जीएस रामचंद्र दास जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए हैं। गुरुवार को जीएस रामचंद्र दास जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। जीएस रामचंद्र दास दो बार बाराचट्टी और एक बार बोधगया विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे मूल रूप से गया जिले के रहने वाले हैं। उनके साथ उनके कई समर्थक भी जन सुराज के विचार से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने कहा कि वे प्रशांत किशोर के बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं और अब वे अपने पूरे राजनीतिक अनुभव के साथ बिहार में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। जीएस रामचंद्र के आने से जन सुराज को मजबूती मिली है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी उन्हें मैदान में उतारेगी। जन सुराज आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। प्रशांत किशोर कई बार कह चुके हैं कि उनकी पार्टी जन सुराज किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
जीएस रामचंद्र दास 1980 और 1985 में बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने। इस दौरान उन्हें पहले भवन निर्माण सह पीडब्ल्यूडी मंत्री बनाया गया फिर बाद में मंत्रालय बदलकर श्रम एवं नियोजन मंत्री बनाया गया। इस बीच रामचंद्र दास ने माहनपुर को प्रखंड और शेरघाटी को अनुमंडल का दर्जा दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई। डोभी को भी प्रखंड का दर्जा दिलवाने में उन्होंने काफी मेहनत किया। इसके बाद साल 1998 के उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस पार्टी की टिकट पर फिर से विधानसभा पहुंचने का मौका मिला। बोधगया से 1995 में विधायक बनी मालती दास को 1998 में नवादा से सांसदी का टिकट दिया गया। खाली होने पर जीएस रामचंद्र को मौका मिल गया। रामचंद्र दास चकाचौंध की राजनीति से दूर रहते हैं। वे जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे।