पोस्टर व चित्रों के माध्यम से डॉ. आंबेडकर के विचारों को किया जीवंत
फोटो- सीयूएसबी में प्रदर्शनी को देखते अतिथि व अन्य। टिकारी, निज संवाददाता दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में अम्बेडकर जयंती पखवाड़ा के
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में बाबा साहेब डॉ. भीमरामव आंबेडकर की जयंती पखवाड़ा के अंर्तगत स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (एसएलजी) ने संवैधानिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए “अपने संविधान को जानें” नामक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ऑरोरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष किशोर बिरादर ने संसाधन व्यक्ति के रूप में भारतीय संविधान की स्थायी प्रासंगिकता और एक समतापूर्ण, लोकतांत्रिक समाज को आकार देने में इसकी आधारभूत भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को संविधान द्वारा गारंटीकृत अधिकारों को समझने और इसके कर्तव्यों को निभाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। एसएलजी के विभागाध्यक्ष और डीन प्रो. अशोक कुमार ने कानूनी शिक्षा के माध्यम से जिम्मेदार नागरिकों के पोषण के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक डॉ. पल्लवी सिंह, प्रो. संजय प्रकाश श्रीवास्तव, प्रो. प्रदीप कुमार दास, डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. देव नारायण सिंह, डॉ. अनंत प्रकाश नारायण, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. अनुजा मिश्रा और डॉ. नेहा शुक्ला शामिल थीं।
प्रदर्शनी का किया गया आयोजन
पखवाड़े के तहत एसएलजी के अंतर्गत संचालित प्रो. बोनो क्लब व विश्वविद्यालय के संस्कृति समिति के सहयोग से एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. आंबेडकर के जीवन, उनके विचारों और समाज में उनके योगदान को रेखांकित किया गया। संस्कृति समिति के छात्रों ने अपने हाथों से बनाए गए पोस्टर, स्लोगन, कविताएं और चित्रों के माध्यम से डॉ. आंबेडकर के विचारों को जीवंत किया। कार्यक्रम स्थल की एक दीवार पर डॉ. आंबेडकर के जीवन की सम्पूर्ण यात्रा और उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक योगदानों को दर्शाते हुए प्रिंटआउट लगाए गए, जिससे आगंतुकों को उनके जीवन दर्शन को जानने और समझने का अवसर मिला।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।