जीआई टैग और एआई विषय पर शोध पत्र किा गया प्रस्तुत
फोटो- सीयूएसबी में शोध प्रस्तुत प्रस्तुत करती प्रतिभागी। टिकारी, निज संवाददाता दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में शोध पत्र प्रस्तुति
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में शोध पत्र प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) कमेटी की ओर से इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के साथ मिलकर में किया गया। भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. वेंकटेश सिंह और सहायक प्रोफेसर डॉ. अनुराग अग्रवाल के मार्गदर्शन में यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्रों ने भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के अंतर्संबंधों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। पीआरओ मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि प्रतियोगिता के अंतिम चरण में कुल आठ टीमों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इन टीमों का चयन पहले चरण की स्क्रूटनी के बाद किया गया था, जिसमें उनकी प्रस्तुति की मौलिकता और गुणवत्ता के आधार पर निर्णय लिया गया। प्रथम चरण के निर्णायक मंडल में डॉ. स्मिता श्रीवास्तव (इलाहाबाद विश्वविद्यालय), डॉ. रुचिर सिंह (बेनेट विश्वविद्यालय), और अर्चना (एमिटी विश्वविद्यालय) शामिल रहीं। द्वितीय चरण के निर्णायक प्रो. प्रदीप कुमार दास और डॉ. पल्लवी सिंह रहीं, जिन्होंने प्रतिभागियों की प्रस्तुति को परखा और उन्हें उपयोगी सुझाव दिए। प्रतिभागियों ने बिहार के विभिन्न क्षेत्रों को मिले जीआई टैग से जुड़े विषयों पर शोध प्रस्तुत किया, जिसमें इन टैग्स के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव, उनके प्रचार-प्रसार, संरक्षण और विश्लेषण में एआई की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया। शोध पत्रों में साझा किए गए विचारों में जीआई टैग वेरिफिकेशन के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग, और एआई आधारित स्मार्ट मार्केटिंग मॉडल जैसे नवीनतम दृष्टिकोण शामिल थे।
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