मानव के लिए धर्म के मार्ग पर चलना जरूरी: रमाशंकर
सिधवलिया प्रखंड के जलालपुर में चल रहा है मारुति नंदन महायज्ञपंचायतों में मनाई गई आंबेडकर की जयंतीसिधवलिया। प्रखंड के कई पंचायतों में सोमवार को डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। शेर पंचायत में राजद...

सिधवलिया प्रखंड के जलालपुर में चल रहा है मारुति नंदन महायज्ञ कथावाचक ने कहा कि अधर्म पर चलने से रावण का हुआ पतन सिधवलिया, एक संवाददाता। सिधवलिया प्रखंड के जलालपुर गांव में चल रहे हनुमत् प्राण प्रतिष्ठा सह मारुति नंदन महायज्ञ के नौवे दिन स्वामी रमाशंकर जी महाराज उर्फ डिजिटल बाबा ने प्रवचन के दौरान कहा कि मानव जीवन में संतों का दर्शन और भगवान के कथा का श्रवण का अति महत्व है। यह केवल भाग्यशाली लोगों को ही प्राप्त होते हैं। संसार में धन पद प्रतिष्ठा का होना विशेष बात नहीं है। ये सब नश्वर हैं। धर्म के मार्ग पर चलना और अपने कर्तव्य का पालन कर जीवन को आध्यात्मिक दिशा में मुड़ना महत्वपूर्ण है। महाराज जी ने कहा कि रावण जैसे विद्वान, जिसे समस्त वेदों का ज्ञान था। उसका पतन इसलिए हुआ ,क्योंकि उसने धर्म का पालन नहीं किया। ज्ञान शक्ति और समर्थ होने के बावजूद जब जीवन में ज्ञान का अभाव होता है, तो विनाश निश्चित है। सच्ची शिक्षा वही है जो संस्कार देकर चरित्र का निर्माण करे और परिवार, संस्कृति और समाज को जोड़कर रखें। उन्होंने कहा कि भौतिक वस्तु संसार का सबसे बड़ा धन नहीं है, बल्कि माता-पिता का आशीर्वाद है। उनके स्नेह और आशीर्वाद में जीवन की राह आसान हो जाती है। हमें अपने धर्म, भाषा और वसुधैव कुटुंबकम् पर गर्व होना चाहिए। प्रवचन में एक हजार से अधिक तादाद में महिला पुरुषों की भीड़ पहुंची थी।
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