मंदिर हटाने पर मुजफ्फरपुर में सड़क पर उतरे हिंदू संगठन; शहर में जुलूस, रेलवे स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन
- मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से मंदिर हटाने के विरोध में हिंदू संगठनों ने मुजफ्फरपुर बंद बुलाया है। संगठन के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं।

बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। जंक्शन परिसर में इसे लेकर जोर शोर से निर्माण कार्य चल रहे हैं। इस दौरान स्टेशन परिसर में स्थित मंदिर को हटा दिया गया है। इसके विरोध में विश्व हिंदू परिषद ने शुक्रवार को मुजफ्फरपुर बंद को लेकर जुलूस निकाला। सुबह नौ बजे सरैयागंज टावर से जुलूस निकाला गया। जो छोटी सरैयागंज, जवाहरलाल रोड होते हुए कल्याणी चौक पर पहुंची। जहां रेलवे और रेल मंत्रालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर एसडीपीओ टाऊन टू विनीता सिन्हा के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल जुलूस के आगे चल रही है। दूसरी ओर जंक्शन की भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। जंक्शन पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल, एआरबी और आरपीएसएफ की कांपनियों के साथ आरपीएफ और जीआरपी की तैनाती है। इसके अलावा जंक्शन पर स्थित विवादित और संवेदनशील जगहों की भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य के लिए धार्मिक स्थल को हटाए जाने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद ने बंद का ऐलान किया है। इस बंद को विभिन्न हिंदू संगठनों का समर्थन मिला है। बंद सुबह 9 बजे से शुरू होकर विधि-व्यवस्था सामान्य होने तक चलेगा। इस बीच, जिला प्रशासन और पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। ज्ञात हो कि 10 मार्च को रेलवे और जिला प्रशासन ने मुजफ्फरपुर जंक्शन के विकास कार्य के तहत एक पुराने धार्मिक स्थल को हटा दिया गया था। संगठनों का कहना है कि धार्मिक स्थल का मूल स्थान पर पुनर्निर्माण किया जाए। इस मामले में कुछ लोगों ने रेलवे ट्रैक के पास बनी धार्मिक स्थल को हटाने की भी मांग उठाई है।
इधर, मुजफ्फरपुर बंद को देखते हुए रेलवे पुलिस और जिला पुलिस ने स्टेशन और शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है। डीएम और एसएसपी के संयुक्त आदेश के तहत 670 पुलिस पदाधिकारी और जवान शहर के 67 संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। जिला प्रशासन बंद को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। डीएम और एसएसपी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की हिंसा या तोड़फोड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बताते चलें कि विहिप के साथ-साथ कई स्थानीय हिंदू संगठन भी इस बंद में शामिल हैं। बंद के दौरान दुकानें, स्कूल और बाजार बंद रहने की संभावना है, हालांकि आपात सेवाओं को छूट दी गई है। बंद को देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। स्टेशन पर स्थित एक धार्मिक स्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।