बच्चों के जन्मदिन पर दीप यज्ञ से उत्सव मनाएं
कुर्था, निज संवाददाता। उन्होंने कहा कि दीप यज्ञ सामूहिक सहकार का प्रतीक है। दीपक स्वयं जल कर पुरे वातावरण को अलोकित और प्रकाशित करता है।

कुर्था, निज संवाददाता। कुर्था गायत्री नगर में विगत चार दिनों से चल रहे 24 कुण्डीय गायत्री सह प्राण प्रतिष्ठा की शुक्रवार को पूर्णाहुति की गयी। पूर्णाहुति के पूर्व दीप यज्ञ सहित हवन पूजन आदि बड़े ही भाव भरे वातावरण में सम्पन्न हुआ। शांति कुंज हरिद्वार के वरिष्ठ प्रतिनिधि कपिल केशरी वर्मा ने दीप यज्ञ व हवन पूजन के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि दीप यज्ञ सामूहिक सहकार का प्रतीक है। दीपक स्वयं जल कर पुरे वातावरण को अलोकित और प्रकाशित करता है। स्वार्थ नहीं परमार्थ के लिए उसको जलना मंजूर है। दीपक की लौ ऊपर उठकर हमें जीवन में उठना सिखाता है।
बुझे दिए का मोल बुझे जीवन की कहानी कह जाता है। उन्होंने जन्म दिन पर दीप यज्ञ से उत्सव मनाने की अपील की। इसी प्रकार एक एक कर्मकांड की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। अंत में शान्ति कुंज की टोली ने विदाई गीत की भाव पूर्ण प्रस्तुति दी जिससे सभी की आँखे नम थी। आयोजन समिति के द्वारा सभी आगत अतिथियों का अंग वस्त्र सहित परिधान और कलेवा भेंट कर विदाई दी गई। अंत में यज्ञ के संयोजक डॉ राम विनय सिंह ने पांच दिनों तक चले इस यज्ञ में आर्थिक शारीरिक और मानसिक रूप सहयोग करने वाले लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा साधुवाद दिया। इस अवसर पर गायत्री महिला मण्डल की मुक्त कंठ से सराहना की।
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