Public Outrage Over Non-Implementation of Heavy Vehicle No Entry Decision in Jhajha नो इंट्री पर अमल नहीं होने से बिफरे पार्षद,किया विरोध प्रदर्शन, Jamui Hindi News - Hindustan
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नो इंट्री पर अमल नहीं होने से बिफरे पार्षद,किया विरोध प्रदर्शन

झाझा में नगर परिषद द्वारा पारित भारी वाहनों के नो इंट्री निर्णय का पालन न होने से शहरवासियों और पार्षदों में रोष है। पार्षदों ने नप भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यपालक पदाधिकारी ने एसपी से इस...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईSat, 12 April 2025 04:34 AM
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नो इंट्री पर अमल नहीं होने से बिफरे पार्षद,किया विरोध प्रदर्शन

झाझा । निज संवाददाता नगर परिषद द्वारा पारित नगरीय क्षेत्र में भारी वाहनों के नो इंट्री संबंधी निर्णय पर अमल नहीं होने से आम शहरियों से लेकर नप क वार्ड पार्षदोंतक के बीच काफी रोष व नाराजगी की स्थिति देखी जा रही है। नप बोर्ड के नो इंट्री निर्णय पर अमल नहीं होने से बिफरे वार्ड पार्षदों ने शुक्रवार को नप भवन के प्रांगण में ही जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उक्त मुद्दे पर पार्षदों के पुरजोर विरोध को देखते व उनकी एवं शहरियों की नाराजगी का संज्ञान लेते हुए नप के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) ने नप बोर्ड के उक्त निर्णय पर अमल सुनिश्चित कराने को ले जमुई के एसपी से अनुरोध किया है। बताया गया कि इस बावत इसके पूर्व नप के पहरूओं ने झाझा के थानाध्यक्ष को बीते 08.03.25 को पत्र द्वारा एवं बाद में एसडीपीओ से भी मिलकर उन्हें नप बोर्ड के नो इंट्री की जानकारी देते उक्त निर्णय को सख्ती से लागू कराने का अनुरोध किया था। जबकि बीते बुधवार को एसपी को प्रेषित ई-मेल में ईओ ने उन्हें नप बोर्ड के दि.29.03.25 के निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि एनएच 333 पर झाझा के सोहजाना मोड़ से झाझा नप क्षेत्र की सीमा में प्रात:8 से रात 8 बजे तक के लिए भारी वाहनों के प्रवेश को वर्जित किया गया था। कहा कि शहरी क्षेत्र में भारी वाहनों के प्रवेश से काफी समस्या की स्थिति बनी रहती है। प्रदर्शन में शामिल सभी चौबीस पार्षदों ने कहा कि विभिन्न तबकों एवं साथ ही सामाजिक व व्यवसायी संगठनों की पुरजोर मांग पर नप ने शहर में भारी वाहनों की इंट्री को रोकने को नो इंट्री का आदेश तो पारित कर दिया। उक्त आशय के बोर्ड भी लगवा दिए। किंतु,पुलिस की चौकसी के अभाव में भारी वाहन वाले नो इंट्री के उक्त आदेश को ठेंगे पर रखते हुए पिक ऑवर समेत हर पहर शहरी क्षेत्र में धड़ल्ले से घुस व निकल रहे हैं। नप के उप मु.पा बिपीन कुमार ने बताया कि नो इंट्री निर्णय के अगले दो दिन पुलिस काफी मुस्तैद दिखी थी जिसके नतीजे में भारी वाहनों के शहर में प्रवेश व विराम भी लग गया था। किंतु,उसके बाद उपयुक्त स्थल पर पुलिस की तैनाती नहीं रहने से भारी वाहन भी शहर में घुस जा रहे हैं।

स्कूली बच्चों एवं मरीजों तक को होना पड़ता है परेशानियों से दो-चार:

इधर,कई शहरियों व अभिभावकों का भी कहना था कि शहर में भारी वाहनों की छूटकर आवाजाही होने से अन्य के अलावा विशेषकर स्कूली बच्चों व मरीजों तक को भी रोजमर्रा तौर पर बेतहाशा परेशानी होती है। कई बार स्कूली बच्चों के वाहन एवं उधर मरीज को अस्पताल ले जाती एंबुलेंसें अक्सर जाम का शिकार होती हैं। तो,साइकिल व पैदल आवाजाही करने वाले छात्र-छात्राओं संग दुर्घटना का खतरा बना रहता है। बताया कि विगत में ऐसे कई हादसे सामने आ भी चूके हैं।

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