सिरूआ पर्व के नाम पर गोगाझील से मछली की लूट,अमदाबाद पुलिस बनी मूकदर्शक
सिरूआ पर्व के नाम पर गोगाझील से मछली की लूट,अमदाबाद पुलिस बनी मूकदर्शक सिरूआ पर्व के नाम पर गोगाझील से मछली की लूट,अमदाबाद पुलिस बनी मूकदर्शक सिरूआ पर

मनिहारी नि स गोगाझील में शनिवार को हजारो की संख्या में लोग जुटकर पानी से मछली लुट ले गए। इस दौरान वन विभाग तथा अमदाबाद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस वर्ष भी सिरूआ पर्व से दो दिन पूर्व शनिवार को हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ गोगा झील में जुटकर मछली लूट लिया। माही शिकार के दौरान वनरक्षी तथा अमदाबाद पुलिस हाथ पर हाथ धड़े मूकदर्शक बनी रही और लोग मछली लूटते रहे। मछली शिकार शनिवार की सुबह से शुरू हो गया था। जिसमें जिले के कई थाना क्षेत्र तथा पश्चिम बंगाल क्षेत्र के लोग मछली लूटने के लिए जाल और टापी लेकर अपने निजी वाहन से गोगाझील पहुंचे थे।
वन विभाग के मनिहारी क्षेत्र के वनरक्षी सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा मनिहारी, अमदाबाद के थानाध्यक्ष को लिखित सूचना देकर गोगा झील में जबरन माही शिकार की जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की गई थी। मालूम हो कि गोगा झील पक्षी विहार के वर्ष 2019 मे संरक्षित क्षेत्र घोषित होने के बाद से माही शिकार पर प्रतिबंध लग गया है। मगर हर साल सिरूआ पर्व की आड़ में कुछ समुदाय के लोग बड़ी संख्या में गोगा झील से मछली का लूटपाट करते है। पिछले साल 2024 में भी लाखों की संख्या में लोग पहुंच कर माही शिकार किया था। परंतु इस वर्ष भी वन विभाग के अधिकारी समय पर तैयार नही रहे जिसका नतीजा लाखों रूपये का मछली लूट हो गया। इस मछली के शिकार से लाखों रूपये का सरकारी राजस्व की क्षति का अनुमान है। गोगा विकास समिति के सदस्यों ने गोगा झील के प्रतिबंधित क्षेत्र से सरकार द्वारा मछली मारने पर रोक के निर्देशो का पालन के लिए झील परिसर में एक पुलिस कैंप स्थापित कराने की मांग की है।
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