कोल्ड चेन व ईिवन सिस्टम बना टीकाकरण का मजबूत स्तंभ
कोल्ड चेन व ईिवन सिस्टम बना टीकाकरण का मजबूत स्तंभ कोल्ड चेन व ईिवन सिस्टम बना टीकाकरण का मजबूत स्तंभ कोल्ड चेन व ईिवन सिस्टम बना टीकाकरण का मजबूत स्तंभ

किशनगंज, एक प्रतिनिधि। नियमित टीकाकरण शिशुओं के जीवन व भविष्य को सुरक्षित रखने का सबसे आसान जरिया है। नियमित टीकाकरण से वंचित नवजात के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है। नवजात शिशुओं और बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण अत्यंत आवश्यक है। इसके सुचारु संचालन में कोल्ड चेन प्रणाली और ई-विन पोर्टल (ई-विन) की भूमिका बेहद अहम है। कोल्ड चेन एक ऐसी संरचना है जो टीकों को 2-8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर सुरक्षित रखती है, वहीं ई-विन पोर्टल के माध्यम से टीकों की स्थिति, भंडारण, तापमान और उपलब्धता की निगरानी डिजिटल रूप से की जाती है।
इन्हीं व्यवस्थाओं की समीक्षा करने शुक्रवार को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बहादुरगंज के कोल्ड चेन प्वाइंट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डीप फ्रीजर, आइस-लाइन रेफ्रिजरेटर (आईएलआर), डेटा लॉगर, टीकाकरण बॉक्स आदि उपकरणों की कार्यक्षमता जांची और स्वास्थ्यकर्मियों से टीकों के संरक्षण एवं ई-विन पोर्टल पर नियमित एंट्री की जानकारी ली। डीआईओ डॉ. देवेंद्र कुमार ने निरीक्षण के क्रम में बताया कि शिशुओं के जीवन को संरक्षित रखने व उन्हें विभिन्न बीमारियों के प्रभाव से मुक्त रखने में आज टीकाकरण की उपयोगिता को लेकर कई स्पष्ट साक्ष्य मौजूद हैं। फिर भी हर साल जिले के हजारों बच्चे नियमित टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं। जो उन्हें व समुदाय को विभिन्न संक्रामक बीमारियों की चपेट में डालता है। आज जब बच्चों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिये जीवन रक्षक टीका आसानी से उपलब्ध है। तो ये सभी के लिये स्वीकार्य होना चाहिए। टीकाकरण शिशु मृत्युदर पर प्रभावी नियंत्रण का मुख्य जरिया है। उन्होंने बताया कि संपूर्ण टीकाकरण संबंधी लक्ष्य की प्राप्ति में आज भी कई चुनौतियां व्याप्त है। टीकाकर्मियों के क्षमता संवर्द्धन जमीनी स्तर पर टीकों की मांग का सही आकलन करते हुए संसाधनों व कोल्ड चैन प्रबंधन संबंधी इंतजामों को दुरुस्त कर इन चुनौतियों से निजात पाया जा सकता है। वहीं टीकों के माध्यम से रोके जा सकने वाले बीमारियों की ट्रैकिंग को लेकर प्रभावी तंत्र विकसित कर संपूर्ण टीकाकरण की स्वीकार्यता में काफी हद तक सुधार संभव है। जीवनरक्षक कवच है नियमित टीकाकरण: डॉ. देवेंद्र कुमार ने कहा कि हर बच्चे को समय पर सही टीका मिलना चाहिए। इसके लिए कोल्ड चैन की सटीक निगरानी और ई-विन पोर्टल की सक्रियता जरूरी है। अगर टीकों का तापमान ठीक न रहे, तो उनकी प्रभावशीलता कम हो जाती है। ऐसे में बच्चों को पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मिशन इन्द्रधनुष, सघन मिशन इन्द्रधनुष और यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम जैसे अभियानों की सफलता इसी व्यवस्था पर निर्भर करती है। निरीक्षण के अंत में डॉ. देवेंद्र कुमार ने कोल्ड चैन तकनीशियन, वैक्सीनेटर और एएनएम सहित सभी संबंधित कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एक भी बच्चा टीकाकरण से न रहे वंचित: सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि हर नवजात और बच्चा देश का भविष्य है। नियमित टीकाकरण के माध्यम से हम उसे गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं। इसके लिए जिला स्तर पर कोल्ड चैन सिस्टम को लगातार सशक्त किया जा रहा है और स्वास्थ्यकर्मियों को समय-समय पर प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रह जाए।
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