जय जवान जय किसान के नारों के साथ किसान संवाद का उद्घाटन
जय जवान जय किसान के नारों के साथ किसान संवाद का उद्घाटन

लखीसराय, एक प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय में शनिवार को किसान कल्याण संवाद सह युवा किसान सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कृषि विभाग के द्वारा किया गया, जिसका शुभारंभ उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा, कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल, विशेष सचिव डॉ. विरेंद्र प्रसाद यादव, जिला अधिकारी मिथिलेश मिश्र, निदेशक कृषि नितिन कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में किसानों ने अपने कृषि में नवाचार तथा सुविधाओं की चर्चा की। उप मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज का बिहार, आत्मनिर्भर बिहार बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि यांत्रिकीकरण योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, और किसान क्रेडिट कार्ड ने हमारे किसानों को आत्मबल और आर्थिक शक्ति दी है।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम सिर्फ सम्मान का नहीं, आपके संघर्ष को सलाम करने का दिन है। उन्होंने कहा कि खेती आसान नहीं है। बदलते मौसम, लागत का बोझ, बाजार की चुनौतियाँ सब कुछ का सामना हमारे किसान करते है। उन्होंने कहा देश की रक्षा के लिए जवान बोर्डर संभाले है तो वही उनके पेट की आग बुझाने के लिए किसान अन्न उत्पादन कर देश की सेवा कर रहा है। जय जवान जय किसान के नारे को बुलंद किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान घोषना किया कि लखीसराय अंतर्गत बड़हिया में दलहन विकास कार्यालय की स्थापना। एक अत्याधुनिक कृषि बाजार की स्थापना की जायेगी जिसमें लखीसराय के साथ-साथ आस-पास के जिलों के किसान भी अपनी फसल अच्छे दाम पर बेच पायेंगे। इसके लिए लखीसराय कृषि उत्पादन बाजार समिति को 15 करोड़ की लागत से आधुनिक बाजार में परिवर्तित किया जायेगा। इस आधुनिक बाजार में कोल्ड स्टोरेज, गोदाम एवं सभी अत्याधुनिक तकनीक से युक्त मार्केट प्लेटफार्म भी होगा जिसके माध्यम से किसान ऑनलाइन भी अपनी फसल बेच पायेंगे जिससे किसानों को काफी ज्यादा मुनाफा होगा। खेती के लिए बीज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर अच्छा बीज होगा तो फसल भी अच्छी होगी इसलिए अब सरकार द्वारा लखीसराय में ही बीज उत्पादन का कार्य किया जायेगा। इसके लिए 1 करोड़ 50 लाख की लागत से हलसी कृषि फार्म में सीड हब की स्थापना की जायेगी। बीज का प्रोसेसिंग भी यहीं होगा पैकेजिंग का कार्य भी यहीं होगा। इससे यहां के किसानों को शुद्ध बीज कम से कम दाम पर आसानी से उपलब्ध होगा। जो किसान बीज उत्पादन करना चाहेंगे सरकार इनको पूरी सहायता भी करेगी, दलहन बीज उत्पादन के लिए पैसा भी मिलेगा और बीज भी सरकार खरीद लेगी। बदलते मौसम को देखते हुए अब सिर्फ धान एवं गेंहू दलहन की पारंपरिक खेती करने से ही लाभ नहीं होगा बल्कि अब आपको ज्यादा लाभ के लिए ज्यादा से ज्यादा बागवानी फसलों की खेती करनी होगी। सब्जी की खेती, फल की खेती, फूल की खेती से काफी ज्यादा लाभ आप कमा सकते है। इसलिए लखीसराय में बागवानी फसलों की खेती के लिए उच्च गुणवत्ता का बिचड़ा एवं पौधा उपलब्ध कराने के लिए 1 करोड़ 4 लाख रूपये की लागत से हलसी कृषि फार्म में प्लग नर्सरी की स्थापना करने का निर्णय लिया है। इस प्लग नर्सरी के माध्यम से किसानों को अच्छी गुणवत्ता का सब्जी का बिचड़ा, पौधा बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में शहद उत्पादन से आज किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं। जिन किसानों के पास ज्यादा जमीन नहीं है वो भी शहद उत्पादन से लाखो कमा सकते है। लखीसराय में भी शहद उत्पादन की असीम संभावनाएं है। लखीसराय के चानन एवं सूर्यगढ़ा प्रखंड के जंगली क्षेत्रों में वाइल्ड शहद का उत्पादन किया जा सकता है। वाइल्ड शहद का मूल्य सामान्य शहद से काफी अधिक होता है। विभाग शहद उत्पादन, उसकी प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग व्यवस्था बनाने में जुटी है। श्री सिन्हा ने कहा कि खेती में उर्वरक भी बहुत महत्वपूर्ण है। अभी तक लखीसराय जिले को यूरिया, डीएपी खाद बाहर के जिलों से मिलता था। लखीसराय में रेल रैक प्वांइट नहीं रहने के कारण काफी परेशानी होती है। इसलिए निर्णय लिया है कि लखीसराय में रैक प्वांइट बनाया जायेगा ताकि कंपनी से खाद सीधे लखीसराय पहुंचे और किसानों को आसानी से समय पर उपलब्ध हो सके। लखीसराय में रेल रैक प्वांइट की स्थापना के लिए सभी प्रक्रिया पूरी कराकर भारत सरकार को लिख दिया है। जल्दी ही लखीसराय में रेल रैक प्वांइट बन जायेगा। उन्होंने कहा कि लखीसराय जिले में पिछले वर्ष किसानों को 7 हजार 4 सौ 12 क्विंटल दलहनी एवं तेलहनी फसलों का बीज अनुदानित दर पर उपलब्ध कराया गया था। इस वर्ष उससे दोगुने किसानों को बीज उपलब्ध कराया जायेगा। अब बीज समय से पहले उपलब्ध होगा ताकि आप समय पर उसकी बुवाई कर सके। जितने किसानों को यंत्र की आवश्यकता होगी सभी को कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा। ज्यादा से ज्यादा संख्या में कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की जायेगी ताकि जिनकी क्षमता कृषि यंत्र खरीदने की नहीं है वो इस यंत्र बैंक से कम भाड़े पर यंत्र लेकर खेती कर सके जिसके लिए कस्टम हायरिंग सेंटर की भी स्थापना की जायेगी। बागवानी योजना के तहत बड़ी मात्रा में आम, टिश्यू कल्चर केला, पपीता एवं अंजीर आदि के पौधे लखीसराय के किसानों को उपलब्ध कराये जायेगे। इसी तरह मशरूम उत्पादन, मसाला की खेती, फूल की खेती, मधुमक्खी पालन, सब्जी बीज, सब्जी का विचड़ा भी किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। कम पानी में अधिक खेती के लिए सूक्ष्म सिंचाई यानी ड्रीप सिंचाई स्प्रींकलर सिस्टम आदि बड़े पैमाने पर लखीसराय के किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। मौके पर जिप अध्यक्ष अंशु कुमारी, बड़हिया प्रखंड प्रमुख इंदू देवी, मुखिया जुली देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, एसडीएम चंदन कुमार सहित कई पदाधिकारी शामिल थे।
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