एईएस-जेई को लेकर सदर अस्पताल में10 बेड सुरक्षित
मधुबनी में गर्मी बढ़ने के साथ एईएस/जेई का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में इमरजेंसी इलाज की सुविधा और सुरक्षित बेड की व्यवस्था...

मधुबनी। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर डी. एस सिंह ने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ ही जिले में एईएस/जेई का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इससे बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं प्रभावित प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व आशा, आईसीडीएस, जीविका के साथ ही अन्य विभाग अलर्ट मोड में रहे। ताकि एईएस - जेई के प्रभाव से बच्चों को सुरक्षित किया जा सके। उन्होंने बताया एईएस- जेई से ग्रसित बच्चों को अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी इलाज की सुविधा उपलब्ध करने का निर्देश दिया गया है साथ ही प्रत्येक प्रखंड में एईएस का दो बेड अनुमंडलीय अस्पताल में चार बेड तथा सदर अस्पताल में 10 बेड सुरक्षित किया गया है।
व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित करें। एईएस के मामलों से बच्चों को बचाने के लिए सभी पीएचसी के प्रभारियों व स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट रहना होगा। उन्होंने बताया कि अप्रैल से जुलाई तक के महीने में छह माह से 15 वर्ष तक के बच्चों में चमकी की संभावना ज्यादा होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।