हर बच्चे को शिक्षा, स्वास्थ्य व सुरक्षित बचपन का अधिकार
मधुबनी में बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर एक जागरूकता रैली निकाली गई। श्रम अधीक्षक ने कहा कि बाल श्रम एक गंभीर सामाजिक समस्या है। उन्होंने सभी से अपील की कि बच्चों को स्कूल भेजें और बाल श्रम मुक्त...

मधुबनी,एक संवाददाता। बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर सोमवार को डीआरडीए भवन स्थित श्रम अधीक्षक कार्यालय परिसर से एक जागरूकता रैली निकाली गई। इस अवसर पर प्रभारी एलएस दिनेश कुमार एवं निर्देशक डीआरडीए ने संयुक्त रूप से तीन ऑटो रिक्शाओं को हरी झंडी दिखाकर बाल श्रम के विरुद्ध आम जन के बीच जागरूकता लाने के लिए शहर के थाना चौक ,स्टेशन रोड महिला कॉलेज रोड ,शंकर चौक तिलक चौक किशोरी लाल चौक के अलावा गली तथा मोहल्ले में रवाना किया गया। रैली का उद्देश्य आम लोगों को बाल श्रम के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना था। मौके पर श्रम अधीक्षक ने कहा कि बाल श्रम एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिससे बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता है।
उन्होंने कहा कि "हर बच्चे को शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षित बचपन का अधिकार है। बाल श्रम को खत्म करने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने अविभावकों से अपिल किया कि बच्चों को काम पर नहीं, स्कूल भेजें। हम सबकी जिम्मेदारी है कि बाल श्रम मुक्त समाज का निर्माण करें।" सभी ने बाल श्रम उन्मूलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और समाज को जागरूक करने का संकल्प लिया। तीनों ऑटो रिक्शा पर बाल श्रम निषेध से संबंधित स्लोगन लगाए गए थे, जो मुख्य बाजार, विद्यालयों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से होकर गुजरे। लोगों ने इस पहल की सराहना की और बच्चों को उनके अधिकार दिलाने के प्रयासों को समर्थन देने का वादा किया। कार्यक्रम के अंत में बाल श्रम से संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई और उपस्थित लोगों से उनके पालन की अपील की गई। मौके पर निदेशक सैयद सरफराजुद्दीन अहमद, सचिव निर्मला,लेबर एक्सटेंशन ऑफिसर गोविंद कुमार, अनुपम शंकर, सम्राट जितेंद्र प्रसाद, जिला डाटा एंट्री ऑपरेटर मनोज कुमार, लेबर यूनियन लीडर दिनेश भगत, विभा कुमारी, श्रमिक अशोक प्रसाद, योगेंद्र प्रसाद आदि थे।
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