जमीन के खेल में निगरानी के निशाने पर कई वरीय अधिकारी
जयनगर अंचल के सीआई अजय कुमार मंडल को विजिलेंस ने 3 लाख रुपये की घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा। इस घटना के बाद से अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया है। कई वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता की आशंका है। इंद्रजीत...
जयनगर,एक संवाददाता। जयनगर अंचल के सीआई सह राजस्वकर्मी अजय कुमार मंडल के विजिलेंस द्वारा 3 लाख रूपये घूस लेते रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद से अंचल कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। कोई भी अधिकारी से कर्मचारी तक एक दूसरे का फोन तक रिसीव नहीं कर रहे हैं। निगरानी के डीएसपी सुजीत सागर व पवन कुमार ने बताया कि इतने बड़े सौदे में सिर्फ गिरफ्तार हुए राजस्वकर्मी अजय कुमार मंडल ही नहीं, इसमें कई वरीय अधिकारी के संलिप्ता की आशंका है। इसको लेकर गिरफ्तार आरोपित ने कई खुलासे भी किये है। जिससे जमीन के मामले में एक सिंडिकेट काम करने की बात सामन आ रही है।
जिसमें अंचल से जिला तक के कर्मचारी और अधिकारी की संलिप्ता हो सकती है। इसी को लेकर निगरानी ने अन्य अज्ञात के विरुद्ध भी मामले दर्ज किये हैं। जिसे अनुसंधान में लाया जाएगा। जयनगर में इससे पहले एसडीएम,डीएसपी समेत अन्य अधिकारी घूस लेते पकड़े गए हैं: इससे पहले भी वर्ष 2008 में सीआई महेश कुमार घूस लेते निगरानी के हत्थे चढ़े थे। इसके बाद अवर निबंधन पदाधिकारी मोहन कुमार को वर्ष 2012 में रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार किये गया। इसीतरह वर्ष 2016 में एसडीएम गुलाम मुस्तफा तथा डीएसपी चन्दन पुरी एक एक लाख घूस लेते धराया। उनके साथ तीन अन्य लोग भी शामिल थे। इसके बाद देवधा थाने के एक अधिकारी व चौकीदार को घूस लेते निगरानी ने गिरफ्तार किया था। समाजिक कार्यकर्ता व बुद्धिजीवियों में निगरानी के इस कारवाई भी खुशी है। इंद्रजीत महतो की शिकायत पर निगरानी टीम ने की कार्रवाई: जयनगर निवासी इंद्रजीत महतो ने शिकायत दर्ज करायी थी। पीड़ित इंद्रजीत महतो की शिकायत पर निगरानी टीम ने कार्रवाई की है। गिरफ्तार सीआई अजय कुमार मंडल भागलपुर के बहुचक, थाना पीरपैंती के तपुआ गांव निवासी है। वह जयनगर अंचल के परवा बेलही पंचायत के हलका कर्मचारी है। फिलहाल सीआई के प्रभार में अंचल कार्यालय में कार्यरत है। विजिलेंस के छापेमारी टीम में निगरानी इंस्पेक्टर जहांगीर अंसारी, सब इंस्पेक्टर गणेश सिंह, ऋषिकेश सिंह, शशिकांत, डाटा ऑपरेटर सुजीत कुमार,एएसआई कृष्ण मुरारी, सिपाही पंकज कुमार समेत अन्य अधिकारी व जवान शामिल थे। आरोपी सीआई को निगरानी टीम ले गयी पटना : रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार करने के बाद निगरानी टीम उसे जयनगर के आईबी में लाकर गहन पूछताछ की गई। सीजर लिस्ट के तैयार किया गया। जिसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए निगरानी की टीम उसे पटना लेकर चली गयी। बताया जा है कि रिश्वत से जुड़े कई खुलासे सीआई ने निगरानी के पूछताछ में किये हैं। बेनीपट्टी में पदस्थापित रहते हुए जयनगर में प्रतिनियोजन पर था अजय मंडल बेनीपट्टी। जयनगर में तीन लाख रूपये घूस लेते रंगे हाथ निगरानी टीम के हत्थे चढ़ा सीआई अजय कुमार मंडल की पदस्थापना बेनीपट्टी अंचल में था। जयनगर अंचल में वह प्रतिनियोजन पर कार्यरत था। 20 अक्तूबर 2022 तक जयनगर अंचल में पदस्थापित रहते हुए लदनियां अंचल में प्रतिनियोजित रहा। 21 अक्तूबर 2022 को स्थानांतरण बेनीपट्टी अंचल में किया गया था। भू-अर्जन में विशेष कार्य निष्पादन को लेकर डीएम के आदेश से उनका प्रतिनियोजन जयनगर अंचल में किया गया था। जयनगर से प्रतिमाह उपस्थिति विवरणी के आधार पर उनका वेतन भुगतान बेनीपट्टी से किया जा रहा था। बेनीपट्टी अंचल के बड़ा बाबू कुलदीप कुमार ने बताया कि उनका वेतन भुगतान नियमित रूप से बेनीपट्टी अंचल से किया जाता रहा है। निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ने की बात से कर्मचारियों के बीच हड़कंप मची है। बेनीपट्टी में इस बात की चर्चा का विषय बना हुआ है।
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