Madhubani Ward 23 Faces Severe Infrastructure Issues Waterlogging Poor Roads and Lack of Basic Amenities वार्ड 23 में सड़क न पीने का पानी सफाई नहीं होने से बढ़ी परेशानी, Madhubani Hindi News - Hindustan
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वार्ड 23 में सड़क न पीने का पानी सफाई नहीं होने से बढ़ी परेशानी

मधुबनी के वार्ड-23 में 15 हजार लोग जर्जर सड़क, जलजमाव और पेयजल की गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। स्थानीय लोग नगर निगम से निराश हैं क्योंकि चुनाव के समय किए गए वादे पूरे नहीं हो रहे हैं। गर्मियों...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधुबनीTue, 27 May 2025 03:28 PM
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वार्ड 23 में सड़क न पीने का पानी सफाई नहीं होने से बढ़ी परेशानी

मधुबनी । शहर के महिला कॉलेज स्थित रोड वार्ड- 23 के 15 हजार लोग जर्जर सड़क जलजमाव, अधूरे नाला निर्माण, साफ सफाई और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। स्थानीय गीता देवी, गुड़िया देवी, रेखा देवी, सोनिया देवी कहा है कि नगर निगम चुनाव के समय जनप्रतिनिधि शहर के विकास को लेकर बड़े बड़े रोडमैप तैयार कर जनता के बीच आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद तैयार रोडमैप धरातल पर कहीं नजर नहीं आता। हल्की बारिश होने पर मोहल्लेवासियों को जलजमाव की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मानसून में सड़कों पर पैदल आवागवन करना भी मुश्किल हो जाता है, बाइक से निकलने पर गिरने का खतरा बना रहता है।

कई बार सड़क पर जलजमाव से गड्ढे नजर नहीं आते और वहां उस गढ्ढे में फंसकर दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। इतना ही सड़क पर महीनों तक गंदे पानी के जमाव से उत्पन्न होने वाले मच्छर से आस पास के लोगों को गंभीर बीमारियों का डर भी बना रहता है। वार्ड-23 में कपड़ा दुकान से लेकर कई तरह के दर्जनों दुकानें खुली हुई है। जलजमाव और जगह-जगह गंदे कचरों के जमाव से बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इस वजह से ग्राहक भी दुकान में आने से कतराते हैं। अगर आते भी हैं तो मच्छर उन्हें बैठने नहीं देता। इससे व्यापार में भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों को इसे कोई फर्क नहीं पड़ता है। नगर निगम क्षेत्र में मकान बनाकर रहने पर सुविधा के नाम पर टैक्स का भुगतान तो करना ही पड़ता है लेकिन सुविधा कुछ भी नहीं मिलती है। यहां तक कि पीने के पानी भी दूसरे के घरों से मांगकर या फिर बाजार से पानी खरीद कर किसी तरह अपना जीवन यापन करने को मजबूर होते आ रहे हैं। वार्ड में नल-जल की व्यवस्था ध्वस्त: गर्मियों के दिनों में जब भू-जल स्तर नीचे चला जाता है, तब वार्ड-23 के लोगों को पीने के पानी की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वार्ड में दो-दो चापकल हैं लेकिन दोनों चापकल सूखे हुए हैं। नल जल की पाइप क्षत विक्षत अवस्था में पड़ी हुई है। उसे कोई देखने वाला नहीं है। इस वजह से लोगों को अपने रोजमर्रा के कामों में भारी परेशानी होती है। कई बार तो स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि लोगों को दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है या फिर टैंकर का इंतजार करना पड़ता है, जो हर किसी तक समय पर नहीं पहुंच पाता। सात निश्चय योजना के तहत शुरू किया गया हर घर नल का जल प्रोजेक्ट भी इस वार्ड में फेल साबित हो रहा है। यहां नल-जल के पाइप तो लगे हैं, लेकिन जगह-जगह टूटी पड़ी है। इस वजह से नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। प्रशासन की उदासीनता इस वार्ड में इस योजना की विफलता के लिए जिम्मेवार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर निगम व संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ जल संकट और भी गहराता जा रहा है। सड़कों पर गड्ढाें से परेशानी: वार्ड संख्या 23 के लगभग सभी मोहल्ले में सड़कों की हालत बेहद जर्जर हो चुकी है। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे मोहल्लेवासियों को रोजाना आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खासकर बरसात के दिनों में यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जब गड्ढों में पानी भर जाने से रास्ते पर चलना मुश्किल हो जाता है। जलजमाव के कारण लोगों को हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है। बुजुर्ग, महिलाएं और स्कूली बच्चों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। इसके अलावा, मोहल्ले के कुछ हिस्सों में आज भी पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। वहां की सड़कें अब भी कच्ची हैं। इस सड़कों पर बरसात के दौरान फिसलन बढ़ जाती है। कई बार लोग फिसलकर चोटिल हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार सड़क मरम्मत और निर्माण कार्य की मांग की है, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला है। खराब सड़कों की वजह से न सिर्फ आवागमन बाधित हो रहा है, बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है। नागरिकों ने नगर निगम और प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत कराई जाए और जहां आवश्यक हो वहां नई सड़कों का निर्माण कराया जाए, ताकि उन्हें सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन मिल सके। मधुबनी शहर के वार्ड में सफाई व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। लापरवाही के चलते वार्ड में नियमित सफाई नहीं हो रही है। जगह-जगह कचरे के ढेर जमा हैं। कई दिनों तक सफाई नहीं हाेने से दुर्गंध आती है। मक्खी-मच्छर पनपते हैं। इससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लोगों ने निगम प्रशासन से मांग की है कि इस वार्ड की स्थिति का जायजा लें और उन्हें इस नारकीय जीवन से निकालने के लिए प्रयास करें। बोले जिम्मेदार नगर निगम क्षेत्र के विकास को लेकर तत्पर हैं। सड़क, नाला निर्माण और पेयजल की समस्याओं को लेकर टैंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही सभी वार्डों में सड़क और नाला निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा। इससे नगर निगम क्षेत्र वासियों को मूलभूत सुविधाओं की समस्या से निजात मिल सकेगा। जहां तक सवाल है साफ-सफाई की ताे शिकायत मिलने पर उक्त जगहों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाती है। फिर भी कहीं समस्या है तो उसे दूर किया जाएगा। -अरुण राय, मेयर

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