नाला निर्माण और सफाई नहीं हुई तो बरसात में डूबेंगी वार्ड-28 की सड़कें
मधुबनी के वार्ड संख्या 28 की जेपी कॉलोनी के निवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहाँ सड़कों, नालों और पेयजल की व्यवस्था बेहद खराब है। संकीर्ण रास्तों के कारण आपातकालीन स्थिति में भी समस्या होती है।...
मधुबनी। मधुबनी शहर के वार्ड संख्या 28 की जेपी कॉलोनी के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। काॅलोनी की बदहाल स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि यह किसी शहरी क्षेत्र का हिस्सा है। यहां की सड़कें, नाले, सफाई व्यवस्था, और पेयजल की स्थिति इतनी खराब है कि स्थानीय लोगों को रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वार्ड-28 की निवासी आशा कर्ण बताती हैं कि कॉलोनी में सड़क पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है, इस कारण अंदर जाने वाले रास्ते अत्यधिक संकरी हो गए हैं। यह समस्या सिर्फ आवाजाही में ही नहीं, बल्कि आपातकालीन स्थिति में भी भारी दिक्कत पैदा करती है।
बताया कि एक बार उनके पति की तबीयत बिगड़ी, लेकिन संकीर्ण रास्ते की वजह से एम्बुलेंस घर तक नहीं पहुंच सकी। अस्पताल पहुंचने में देरी हुई और उनकी मृत्यु हो गई। आज वो खुद बीमार हैं और उन्हें भी घर से मुख्य सड़क तक पैदल जाना पड़ता है क्योंकि वाहन अंदर तक नहीं आ सकते। स्थानीय निवासी सत्यनारायण कांत, प्रदीप साह, अशोक कुमार सिंहा और अमन कुमार बताते हैं कि कॉलोनी में नाले का निर्माण नहीं होने और सड़कें कच्ची होने की वजह से बारिश के मौसम में जलजमाव एक गंभीर समस्या बन जाती है। पानी की निकासी न होने से कई बार सड़कें महीनों तक पानी में डूबी रहती हैं, जिससे घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। बच्चों का स्कूल जाना, बुजुर्गों का अस्पताल जाना और दैनिक कार्यों के लिए बाहर निकलना भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। गर्मी में पेयजल की समस्या: गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या भी इस कॉलोनी के लोगों को बुरी तरह प्रभावित करती है। पार्वती देवी बताती हैं कि यहां न तो कोई नल-जल योजना चालू है और न ही कोई समरसेबल की व्यवस्था की गई है। लोगों को पीने के पानी के लिए या तो अन्य घरों पर निर्भर रहना पड़ता है या फिर बाजार से पानी खरीदना पड़ता है, जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ता है। एक ओर सरकार जल संरक्षण और हर घर नल योजना की बातें करती है, वहीं दूसरी ओर इस वार्ड के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। जेपी कॉलोनी के लोग कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से अपनी समस्याओं के समाधान की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्ट्रीट लाइट की समस्या:मधुबनी शहर के वार्ड संख्या 28 स्थित जेपी कॉलोनी के निवासी स्ट्रीट लाइट की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। कॉलोनी की अधिकतर गलियों में स्ट्रीट लाइट या तो लगी ही नहीं है या फिर लंबे समय से खराब पड़ी हुई है। शाम होते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अंधेरे का सबसे अधिक असर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ता है, जो शाम के समय बाहर निकलने से डरते हैं। रात में असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं, जिससे चोरी, छेड़छाड़ और अन्य घटनाओं की आशंका बनी रहती है। लोगों का कहना है कि इस इलाके में पुलिस गश्ती गाड़ी भी नहीं पहुंचती है। इन समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कचरे से पटा है किंग्स केनाल मधुबनी शहर के वार्ड संख्या 28 स्थित जेपी कॉलोनी के बगल से बहने वाली किंग्स केनाल की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। आज के समय में केनाल कचरे से भरा पड़ा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि केनाल की साफ-सफाई नहीं होने के कारण जल प्रवाह पूरी तरह बाधित हो जाता है। बरसात के मौसम में यह स्थिति और भी विकराल हो जाती है, जब गंदा पानी सड़कों पर फैलने लगता है और कॉलोनी में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। गंदगी के कारण मच्छरों और दुर्गंध का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि आसपास रह रहे लोगों का जीवन दूभर हो गया है। इससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा लगातार बना रहता है। क्षेत्र के लोगों ने कई बार नगर निगम और जल संसाधन विभाग को आवेदन देकर केनाल की सफाई की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बोले जिम्मेदार सड़क-नाला निर्माण कार्य के लिए टेंडर निकाला गया है और कई वार्डो में कार्य शुरू भी कर दिया गया है, नल जल को लेकर भी टेंडर निकाला गया है और वार्ड की शिकायत मिलने पर नल जल को पुन: सुधारकर चालू किया जा रहा है। केनाल की साफ सफाई की समस्या को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास करेंगे। -अरुण राय, मेयर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।