हमले की रात जन्मे बच्चों का नाम रखा सिंदूर
मुजफ्फरपुर में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, 47 नवजात बच्चों में से 13 का नाम उनके अभिभावकों ने ‘सिंदूर’ रखा है। ये नाम पाकिस्तान पर हमले की रात को जन्मे बच्चों के लिए रखा गया है,...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। आतंकवाद का अंत करने के लिए भारतीय सेना की ओर से चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर देशवासियों के जज्बात से जुड़ गया है। पाकिस्तान पर हमले की रात जन्मे बच्चों का नाम उनके अभिभावकों ने सिंदूर रखा है। राष्ट्रीय गौरव के पल को यादगार बनाते हुए इन बच्चों के हर जन्मदिन पर हमारी सेना का शौर्य भी याद किया जाएगा। चर्चा होती रहेगी कि कैसे पहलगाम में बहनों के माथे का सिंदूर छीनने वालों को हमारे जांबाजों ने जमींदोज कर दिया। मंगलवार और बुधवार को केजरीवाल अस्पताल में 47 बच्चों का जन्म हुआ, जिनमें 13 बच्चों का नाम परिजनों ने सिंदूर रखा।
इन नवजात के माता-पिता की ख्वाहिश है कि हमारे बच्चे बड़े होकर भारतीय सेना में जाएं और देश की रक्षा करते हुए अपने नाम के उद्देश्य को सार्थक करें। जाफरपुर निवासी पवन सोनी को मंगलवार को बेटा हुआ। उन्होंने कहा कि बेटे का नाम सिंदूर रखा है। बड़ा होकर वह भारतीय सेना में शामिल हो, यही हमारा सपना है। कहा कि ‘सिंदूर सिर्फ नाम नहीं, बल्कि इसमें देशभक्ति का भाव समाहित है। हर साल मनाएंगे सेना की सफलता का जश्न : कन्हारा निवासी हिमांशु राज ने अपनी बेटी का नाम ‘सिंदूर रखा है। मंगलवार को उनकी बच्ची का भी जन्म हुआ। उनका कहना है कि अपनी बेटी के जन्मदिन के साथ वह हर साल ‘ऑपरेशन सिंदूर में सेना की सफलता का जश्न मनाएंगे। यह देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है, जब हमारी सेना ने पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया है। केजरीवाल अस्पताल के शिशु विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि सिंदूर सिर्फ ऑपरेशन की सफलता का प्रतीक नहीं, बल्कि यह दर्शाता है कि शहरवासियों के दिल में सेना और देश के प्रति कितना सम्मान है।
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