बेटे ने बकाया मजदूरी मांगा तो मालिक ने मार डाला, बिहार में नाबालिग की मौत के बाद पिता का आरोप
- सदर अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने पांच साल का बकाया मजदूरी मांगने पर फास्ट फूड दुकानदार पर अपने ही नौकर के गले में फंदा लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक के परिजनों ने बताया कि गुस्साए दुकानदार ने घटना को अंजाम देकर पैसे देने से बचने के लिए वारदात को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया।

बिहार के बेगूसराय जिले में लाखो थाना के रमजानपुर चौक के समीप शनिवार की रात 17 वर्षीय एक किशोर का संदिग्ध हालत में शव मिलने से सनसनी फैल गई। वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खम्हार वभनगामा गांव के लहेरी टोला निवासी स्व. राम रतन भगत का पुत्र श्रवण कुमार था। शव मिलने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर लाखो थाने की पुलिस घटनास्थल से शव को कब्जे में लिया।
उसके बाद रविवार को सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। सदर अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने पांच साल का बकाया मजदूरी मांगने पर फास्ट फूड दुकानदार पर अपने ही नौकर के गले में फंदा लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि लगभग पांच साल से बकाया मजदूरी की मांग से गुस्साए दुकानदार ने घटना को अंजाम देकर पैसे देने से बचने के लिए वारदात को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया है। श्रवण कुमार बीते पांच वर्षों से लाखो थाना क्षेत्र के धबौली गांव निवासी दुखरन भगत के पुत्र शशि भगत के रमजानपुर चौक स्थित फास्ट फूड दुकान में नौकरी करता था। हालांकि दुकानदार ने इस मौत को आत्महत्या बताया है।
जबकि मृतक के परिजनों ने फंदा लगाकर हत्या करने का दावा किया है। लाखो थानाध्यक्ष पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। पीएम रिपोर्ट व अनुसंधान के बाद ही स्पष्ट होगा कि श्रवण की मौतक के पीछे का असली खेल क्या है। उसे किसी ने उसे मौत की नींद सुलाया है या किसी अंदरूनी दबाव में अपनी जान गंवा कर मौत को गले लगाया। यह तो आने वाले समय ही बताएगा। फिलहाल परिजन सहित ग्रामीणों का ध्यान आने वाली जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई है।