पीयूपी कॉलेज के छात्र-छात्राएं मांगे पार्किंग, कैंटीन व हॉस्टल की सुविधा
पंडित उगम पांडेय कॉलेज में भौतिक संसाधनों की कमी है। छात्रों को हॉस्टल, साइकिल और बाइक स्टैंड की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज के पास कैंटीन नहीं है, और परीक्षा के दौरान जाम की स्थिति बनती...
शहर के बलुआ बाजार के समीप चांदमारी रोड में पंडित उगम पांडेय कॉलेज(पीयूपी कॉलेज) स्थापित है। यह कॉलेज 1980-81 में स्थापित हुआ था। लेकिन कॉलेज के पास जगह की कमी के कारण यहां भौतिक संसाधनों और संरचनाओं का पूरी तरह विकास नहीं हो सका है। कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल जैसी कई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि कॉलेज प्रशासन हर सुविधा को मुहैया कराने का दावा करता है। कॉलेज में कैंपस की बेहतर सुविधा नहीं होने से यहां के छात्र-छात्राओं को परेशानी उठानी पड़ती है। यहां के छात्र-छात्राओं के लिए सबसे बड़ी समस्या साइकिल ,हॉस्टल, बाइक स्टैंड के साथ खेल मैदान की है।
बाहर से आनेवाले छात्र-छात्रों को पार्किंग ढूंढ़कर साइकिल, बाइक व अन्य वाहन पार्क करने में काफी परेशानी होती है। इसके साथ ही शहर के मेन रोड के किनारे पीयूपी कॉलेज के होने के कारण अक्सर यहां जाम की समस्या होती है। सबसे अधिक परेशानी परीक्षा के दौरान होती है। परीक्षा के दौरान यहां छात्र-छात्राओं के खड़े होने तक के लिए जगह नहीं मिल पाता है। परीक्षा में छुट्टी होने के बाद इस सड़क पर जाम लग जाता है। कई बार विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में जद्दोजहद करनी पड़ती है। सबसे अधिक परेशानी छात्राओं को है। इसके साथ ही राहगिरों को भी यहां से गुजरने में काफी समय लग जाता है। सोनम कुमारी, लक्की कुमारी, श्रुति कुमारी, रौशनी कुमारी ने बताया कि कॉलेज के आगे बरसात में काफी जलजमाव हो जाता है। इससे छात्र-छात्राओं को कॉलेज से निकलने के वक्त पानी से होकर जाना पड़ता है। इसमें कई बार स्टूडेंट्स पानी में भी गिर जाते हैं। कॉलेज की सात एकड़ जमीन है दो किमी है दूर:पीयूपी कॉलेज के सात एकड़ जमीन शहर से दो किमी दूर रघुनाथपुर मोहल्ले में है। यहां छात्र-छात्राओं के लिए खेल की सारी सामग्री की व्यवस्था कॉलेज प्रशासन द्वारा की गई है। लेकिन कॉलेज परिसर से काफी दूर होने के कारण यहां विद्यार्थी जाने से हिचकिचाते हैं। पीयूपी कॉलेज में च्वाइस बेस्ड नामांकन : पीयूपी कॉलेज को स्थायी संवर्धन प्राप्त है। साथ ही यह अनुदानित कॉलेज है। यूजीसी से 2(एफ) व 12(बी) में रजिस्टर्ड है। इसके साथ ही यह नैक से मूल्यांकित है। शहर के मान्यता प्राप्त कॉलेज में नामांकन के बाद अन्य अनुदानित कॉलेज में नामांकन होता है। इसमें छात्र-छात्राएं सबसे अधिक च्वाइस बेस्ड नामांकन यहां कराते हैं। कैंटीन नहीं रहने से होती है परेशानी : छात्रा करीना कुमारी, रानी कुमारी, प्रदीप कुमार, गुंजन कुमारी, गुलनाश प्रवीण ने बताया कि पीयूपी कॉलेज में कैंटीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। छात्र-छात्राओं को कॉलेज के समीप तथा बलुआ चौक पर खाने-पीने की सामग्री के लिए जाना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी छात्राओं को होती है। वाहनों की आवाजाही अधिक रहने के कारण हादसों का भी डर बना रहता है। शिक्षक की कमी के समय बुलाया जाता है गेस्ट टीचर: अनुदानित महाविद्यालय होने के कारण कई बार यहां विभिन्न विषयों के शिक्षकों की कमी हो जाती है। हालांकि इस समस्या के निदान के लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से गेस्ट टीचर को बुलाना पड़ता है। छात्र-छात्राएं खुद से भी स्टडी मेटेरियल जुटाते हैं। साइकिल व बाइक स्टैंड नहीं होने से होती है परेशानी: सोनाली कुमारी, कृष्णा कुमार, सूरज कुमार, नगमा प्रवीण, दिनेश कुमार, गोलू कुमार, अर्जुन कुमार, बिट्टू कुमार, जितू कुमार ने बताया कि कॉलेज में साइकिल व बाइक स्टैंड नहीं है। सबसे अधिक परेशानी परीक्षा के दौरान होती है। जब बाहर से आनेवाले छात्र-छात्राओं को बाइक व साइकिल खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिल पाता है। ऐसे में उन्हें कॉलेज के आसपास व यत्र तत्र साइकिल व बाइक खड़ी करनी पड़ती है। जिससे हमेशा साइकिल व बाइक के चोरी होने का भय बना रहता है। इनके स्टैंड की व्यवस्था होनी चाहिए। शिकायतें: 1. कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए साईकिल व बाइक स्टैंड की व्यवस्था नहीं है। इससे चोरी होने का भय रहता है। 2. कॉलेज का खेल मैदान शहर से दूर है। इससे छात्र-छात्राओं को खेलकूद का लाभ नहीं मिल पा रहा। 3. कॉलेज में कैंटीन की है जरूरत है। इसके अभाव में छात्र-छात्राओं को नाश्ते के लिए बलुआ चौक पर जाना पड़ता है। 4. कॉलेज में हॉस्टल की सुविधा नहीं है। इससे छात्र-छात्राओं को रहने में परेशानी होती है। 5. परीक्षा समाप्त होने के बाद कॉलेज के बाहर जाम की समस्या रहती है। घंटों छात्र व आम लोग जाम से परेशान रहते हैं। सुझाव: 1. कॉलेज प्रशासन को साईकिल व बाइक स्टैंड बनाने का काम करना चाहिए,ताकि छात्रों को सुविधा हो सके। 2. रघुनाथपुर स्थित खेल मैदान को ठीक कराने व चहारदिवारी कराने की जरूरत है। नियमित खेलों का आयोजन भी होना चाहिए। 3. कॉलेज में कैंटीन की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि चाय व नाश्ता को लेकर भटकना नहीं पड़े। 4. कॉलेज के सामने लगने वाले जाम की समस्या के समाधान के लिए पहल करनी चाहिए। ट्रैफिक जवानों की तैनाती होनी चाहिए। 5. कॉलेज की ओर से भविष्य में हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराना चाहिए। ताकि छात्रों को रहने में सुविधा हो सके। बोले जिम्मेदार: कॉलेज के पीछे 18 धुर जमीन है। जल्द ही वहां साइकिल व बाइक स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही कॉलेज की सात एकड़ जमीन रघुनाथपुर में है। वहां भी जल्द निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। कॉलेज में सभी विषयों की नियमित पढ़ाई होती है। यहां के शिक्षकों का बायोमेट्रिक व फेशियल हाजिरी बनाई जाती है। किसी विषय के शिक्षक की कमी होने पर गेस्ट टीचर को बुलाया जाता है। कॉलेज में फी सहित सभी ट्रांजेक्शन ऑनलाइन कराया जाता है। -डॉ. कर्मात्मा पांडेय, प्राचार्य, पंडित उगम पांडेय कॉलेज, मोतिहारी।
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