मंगला काली मंदिर जाने के लिए रास्ता निर्माण को तोड़ा विद्यालय भवन
लय भवन तोड़ने से मध्याह्न भोजन हुआ बंद बरियारपुर थाना में अज्ञात के विरोध प्राथमिकी दर्ज विद्यालय परिसर में मंदिर की दीवार देने का काम शुरू स्थानीय

बरियारपुर । निज संवाददाता बरियारपुर प्रखंड के फुलकिया गांव में कुछ दबंगों ने मध्य विद्यालय फुलकिया बरियारपुर का रसोई भवन और चार दिवारी को रात्रि में जेसीबी मशीन से तोड़कर कर काली मंदिर जाने का रास्ता बनाने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है। विद्या के मंदिर को तोड़ने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है लेकिन कुछ सामंती सोच के दंबगई के कारण लोग कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन यह घटना बरियारपुर में हवा की तरफ फैल गयी है। इस संबंध में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका आरती विश्वकर्मा और सचिव अंबिका देवी की लिखित शिकायत पर बरियारपुर थाना में अज्ञात लोगों को के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
इसकी जानकारी बरियारपुर थानाध्यक्ष वीरभद्र सिंह ने दी। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। क्या है घटना बरियारपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय फुलकिया की प्रधानाध्यापिका आरती विश्वकर्मा जब सुबह में विद्यालय पहुंची तो विद्यालय के पूर्वी भाग की दीवार टूटी हुई देखी। पूर्वी भाग में दो कमरे का भवन भी पूरी तरह जमींदोज थी। एनएच 80 के तरफ की दीवार भी करीब 30 फीट से अधिक तोड़ दिया गया था। प्रधानाध्यापिका आरती विश्वकर्मा ने इसकी जानकारी डीपीओ को दी तथा लिखित शिकायत विद्यालय के सचिव अंबिका देवी के संयुक्त हस्ताक्षर से बरियारपुर थाना में किया। दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया की जब वे सोमवार को सुबह में विद्यालय पहुंची तो विद्यालय के किचन के दो कमरे और चहारदीवारी जेसीबी मशीन से रविवार की रात में ही ध्वस्त कर दिया गया था। यह कार्य किसी अज्ञात लोगों ने किया है। विद्यालय का भवन तथा चहारदीवारी तोड़ने का मुख्य कारण यह है कि विद्यालय के पीछे वाले भाग में श्री मंगला काली मां का मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर जाने का रास्ता पूर्व में विद्यालय के पश्चिमी भाग की तरफ से जाता था। लेकिन मंदिर को सीधा एनएच 80 से जोड़ने के लिए विद्यालय के भवन तथा चहारदीवारी को तोड़ दी गयी। मंदिर जाने के लिए विद्यालय की भवन को दंबगई से तोड़ा गया। भवन टूटने से मध्याह्न भोजन बंद विद्यालय परिसर स्थित जिस दो कमरे के भवन को तोड़ा गया है उस भवन में बच्चों का मध्याह्न भोजन बनता था। लेकिन सोमवार से भोजन बंद हैं। भवन तथा दीवार तोड़ने से मध्याह्न भोजन बनाने का काफी समान भी नष्ट हो गया हैं। विद्यालय के शिक्षक भी असुरक्षित महसूस कर रहा है। कुछ दबंगों द्वारा विद्यालय के अन्य शिक्षिका को भी कही शिकायत नहीं करने की धमकी दिया हैं। क्या है नियम विद्यालय के भवन तथा चहारदीवारी को बिना शिक्षा विभाग की अनुमति का तोड़ने का कोई नियम नहीं हैं । यह विद्यालय कई दशकों से कार्यरत है। विद्यालय की जमीन पर निर्माणधीन मंग काली मंदिर जाने के लिए रास्ता बनाने का कोई सरकारी नियम नहीं है। सिर्फ कुछ सामंती सोच के दबंगों द्वारा धर्म के नाम पर विद्यालय के मन्दिर को तोड़ने का काम किया गया है। वर्तमान में यह विद्यालय में बच्चों का पढ़ाई का कार्य पश्चिमी भाग के भवन में होता है। लेकिन खाना बनाने का कार्य पूर्वी भाग में बना दो कमरे के भवन में होता था। मंगलवार को निर्माण कार्य था जारी विद्यालय के भवन और चहारदीवारी को तोड़ने के बाद भी दबंगों की दबंगई कम नहीं हुई थी। थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी विधालय के बगल से मंदिर के चार दिवारी का कम युद्ध स्तर पर चल रहा था। जबकि स्थानीय पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार का विद्यालय के जमीन पर निर्माण कार्य करने पर रोक लगा रखा था। लेकिन जब मंगलवार को दिन में बरियारपुर के पत्रकारों ने घटना की फोटो सहित अन्य जानकारी लेने पहुंचा तो तीन चार की संख्या में दबंगों ने पहले तो फोटो खींचने से मना किया। जब पत्रकार फोटो खींचने लगा तो कोई मोबाइल छीनने का प्रयास किया । स्थानीय लोग मुंह खोलने से भयभीत मध्य विद्यालय फुलकिया बरियारपुर में सबसे अधिक अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के बच्चे पढ़ते है। धर्म के ठेकेदारों और सामंती सोच के दबंगों का अधिकांश बच्चा निजी विद्यालय में पढ़ता था। विद्यालय के भवन और चार दिवारी तोड़ने को घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लेकिन इन दबंगों के समाने कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है। कुछ लोगों द्वारा विद्यालय का भवन और दीवार तोड़ने की घटना का फोटो और वीडियो जरूर वायरल किया हैं। गौरतलब है कि इस विद्यालय में करीब 200 से अधिक बच्चा पढ़ते हैं। क्या बोले डीपीओ बरियारपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सह डीपीओ आनंद वर्मा ने कहा कि मध्य विद्यालय फुलकिया बरियारपुर का कीचन भवन तथा चार दिवारी तोड़ने की जानकारी मिला है। यह गलत ढंग से तोड़ा गया है। इस सम्बन्ध में प्रधानाध्यापिक को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है। बोले थानाध्यक्ष बरियारपुर थानाध्यक्ष वीरभद्र सिंह ने कहा कि विद्यालय के प्रधानाध्यापिका के लिखित शिकायत पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया है। विद्यालय के जमीन पर किसी भी प्रकार का कार्य करने पर रोक लगाया है। इस घटना में शामिल असमाजिक तत्वों की पहचान कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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