भक्तों को आशीष दे विदा हुई माता रानी
ता रानी बड़ी दुर्गा की विसर्जन शोभायात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब 32 कहारों पर निकाली गयी बड़ी दुर्गा की विसर्जन शोभायात्रा भक्तों ने अगले वर्ष जल्दी

मुंगेर , हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। दस दिनों तक मंदिरों में स्थापित मां दुर्गा की पूजा के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। लोग मां दुर्गा की भक्ति में तल्लीन रहे। मां की पूजाकर परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद मांगा। मंगलवार को भक्तों ने मां दुर्गा की पूजा और आरती कर अगले वर्ष जल्दी आना के मनुहार के साथ नम आंखों से विदाई दी। तेज धूप के बावजूद विसर्जन शोभायात्रा के दौरान सड़कों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। शेरपुर में स्थापित बड़ी दुर्गा की आरती कर विसर्जन शोभायात्रा मंगलवार की सुबह 32 कहारों पर निकाली गयी। ढोल-बाजे के साथ निकाले गये शोभायात्रा में हजारों लोग मां का जयकारे लगाते चल रहे थे। विसर्जन रूट पर जगह-जगह मां दुर्गा के स्वागत एवं आरती के लिए फूलों से सजावट कर सड़कों पर रंगोली बनाए गये थे। तेज धूप के बावजूद मां के इंतजार में महिला एवं पुरूष सड़क किनारे खड़े थे। मां के जयकारे के बीच बड़ी दुर्गा 32 कहारों पर आगे बढ़ रही थी। प्रतिमा को निर्धारित स्थानों पर रखे जाने के साथ महिलाएं मां का पैर छू आशीर्वाद लेने आतुर दिख रही थी। लोगों में गजब का उत्साह दिख रहा था। माता की आरती के दौरान लोग तालियां बजाकर जयकारा लगा रहे थे। मां की शोभायात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही थी, भक्तों की भीड़ भी बढ़ता जा रहा था। मां को कंधा देन के लिए लोग बेताब दिख रहे थे। अखाड़े में शामिल युवा पारंपरिक हथियारों से कला-कौशल का प्रदर्शन कर रहे थे।
बड़ी दुर्गा की विसर्जन शोभायात्रा मंगलवार की सुबह करीब सात बजे निकाली गई। शक्तिपीठ चंडिका स्थान में मां दुर्गा की आरती के बाद बासुदेवपुर, सोनार पट्टी चौक मंगल बाजार, दो नंबर गुमटी, नीलम चौक होते हुए शोभायात्रा दोपहर करीब 2 बजे सादीपुर बड़ी दुर्गा मंदिर के प्रागंण में पहंुची। यहां से बड़ी दुर्गा को कौड़ा मैदान लाकर छोटी दुर्गा से मिलन कराया गया एवं आरती की गयी। कौड़ा मैदान से कस्तूरबा वाटर वर्क्स, सितारिया पेट्रोल पंप, जुबलीवेल, बाटा चौक, एक नंबर ट्रैफिक होते हुए शाम करीब सात बजे बड़ा महावीर स्थान पहंुची, जहां मां की आरती की गयी।
भगत सिंह चौक से मां का मूंह पूरब की ओर किया गया: भगत सिंह चौक से सोझी घाट जाने के क्रम में बड़ी दुर्गा का मूंह पूरब की ओर किया गया। मान्यता है कि बड़ी मां नगर वासियों को आशीर्वाद देते हुए गंगा घाट की ओर प्रस्थान करती है। सोझी घाट पर मां के स्वागत के लिए रंगोली बनाए गये थे। रात करीब 9 बजे बड़ी दुर्गा विसर्जन के लिए सोझी घाट पहंुची।
करीब 14 घंटे तक चला शोभायात्रा: शेरपुर स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर से सोझी घाट की दूरी करीब ढ़ाई किलोमीटर है। लेकिन नगर भ्रमण एवं जगह-जगह मां की आरती के कारण ढ़ाई किलोमीटर की यात्रा करीब 14 घंटे में पूरी हुई। इस दौरान बड़ी दुर्गा की विसर्जन शोभायात्रा के साथ लोगों का हुजूम चल रहा था। पूरे मार्ग में सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से कड़ी चौकसी बरती जा रही थी। शाम होने पर अन्य दुर्गा प्रतिमाओं का भी विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी।
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