गर्ल्स हॉस्टल के लिए मारामारी, ब्वॉयज में कमरे खाली
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में गर्ल्स हॉस्टल के लिए सीटों की मारामारी है, जबकि ब्वॉयज हॉस्टल में कमरे खाली हैं। गर्ल्स हॉस्टल में 222 सीटें हैं, लेकिन एक सीट के लिए पांच से अधिक आवेदन आए हैं।...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू में गर्ल्स हॉस्टल के लिए मारामारी चल रही है, जबकि ब्वॉयज में कमरे खाली हैं। गर्ल्स हॉस्टल में एक सीट के लिए पांच से अधिक आवेदन विवि में आये हैं तो ब्वॉयज के लिए सिर्फ पांच। गर्ल्स हॉस्टल में 222 सीटें हैं और ब्वॉयज में 254 सीट। पीजी गर्ल्स हॉस्टल में चलने वाले तीन हॉस्टल में स्नातक, पीजी और पीएचडी करने वाली छात्राएं रहती हैं। पीजी गर्ल्स हॉस्टल में एक हॉस्टल बनने के बाद भी चालू नहीं है तो और हॉस्टल अधूरे पड़े हैं। इस परिसर में एलएस कॉलेज का भी एक गर्ल्स हॉस्टल है, लेकिन वह भी बंद पड़ा है।
डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि पहले से हॉस्टल में रह रहीं छात्राओं को खाली करने का नोटिस दिया गया है। उनके खाली होने के बाद जगह बनने पर छात्राओं को हॉस्टल आवंटित किया जायेगा। बीआरएबीयू में हॉस्टल के लिए लगातार छात्राएं विवि पहुंच रही हैं। छात्राओं का कहना है कि वह दूसरे जिलों से यहां पढ़ने आई हैं, इसलिए उन्हें हॉस्टल की जरूरत है। छात्राओं के हॉस्टल के लिए कई सिफारिशें भी विवि के अधिकारियों तक पहुंच रही हैं। हर दिन सुबह से शाम तक हॉस्टल के लिए छात्राओं की कतार विवि में लग रही है। उधर, पीजी ब्वॉयज हॉस्टल के लिए छात्रों ने रुचि नहीं दिखाई है। बीआरएबीयू में तीन पीजी हॉस्टल चलते हैं। विवि सूत्रों ने बताया कि उनमें भी कई कमरे पहले से भरे हुए हैं। बिहार विवि में कई कॉलेजों में छात्राओं के लिए हॉस्टल खोले गये थे, लेकिन वह चले नहीं। इनमें एमपी सिन्हा साइंस कालेज, एमएसकेबी कॉलेज, आरडीएस कॉलेज शामिल हैं।
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