मुशहरी सीएचसी में नहीं है ट्रू नेट मशीन
मुशहरी के सीएचसी में एक महीने में औसतन 300 टीबी मरीज आते हैं, जिनमें से केवल 50-100 की जांच हो पाती है। टीबी की जांच पुरानी माइक्रोस्कोप विधि से होती है और यहां ट्रू नेट मशीन नहीं है। लैब टेक्नीशियन...

मुशहरी। सीएचसी मुशहरी में एक महीने में औसतन टीबी के 300 मरीज आते हैं, इनमें से महज 50 से 100 मरीजों की जांच हो पाती है। टीबी की जांच अब भी पुराने मैनुअल सिस्टम माइक्रोस्कोप से होती है, जबकि मरीजों की औसत आवक और मुशहरी के आकांक्षी प्रखंड होने के कारण यहां टीबी जांच के लिए ट्रू नेट मशीन नहीं है। प्रभारी डॉ. प्रीति ने बताया कि मुशहरी में मरीजों की जांच के लिए एक लैब टेक्नीशियन है, जबकि यहां पदस्थापित लैब टेक्नीशियन सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर है। लैब टेक्नीशियन निसार अहमद ने बताया कि एक ही कमरे में एक साथ महिलाओं की एएनसी जांच, सामान्य मरीजों की जांच के साथ टीबी के मरीजों की जांच करनी पड़ती है। इसमें सामान्य मरीजों में भी संक्रमण का खतरा बना रहता है।
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