Ward 10 of Hisua Challenges in Water Supply and Infrastructure हिसुआ : वार्ड 10 में नलजल की आपूर्ति बंद, लोगों को भारी परेशानी , Nawada Hindi News - Hindustan
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हिसुआ : वार्ड 10 में नलजल की आपूर्ति बंद, लोगों को भारी परेशानी

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर के वार्ड नंबर 10 का गठन नए परिसीमन के तहत हुआ है। नगर का यह वार्ड पूर्णतः ग्रामीण इलाका है।

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाWed, 9 April 2025 02:06 PM
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हिसुआ : वार्ड 10 में नलजल की आपूर्ति बंद, लोगों को भारी परेशानी

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर के वार्ड नंबर 10 का गठन नए परिसीमन के तहत हुआ है। नगर का यह वार्ड पूर्णतः ग्रामीण इलाका है। खेती और मजदूरी यहां के लोगों का मुख्य पेशा है। गुरुचक, फूलवरिया, नसरतपुर और कॉलोनीपर का इलाका इस वार्ड में शामिल किया गया है। वार्ड में शिक्षा की स्थिति ठीकठाक है। बच्चों की पढ़ाई के लिए गुरुचक और फूलबरिया में विद्यालय उपलब्ध हैं और दोनों विद्यालय का अपना भवन भी उपलब्ध है। कमोवेश यही हाल आंगनबाड़ी केंद्र का भी है। गुरुचक और फूलबरिया में आंगनबाड़ी केंद्र है और दोनों का अपना भवन भी उपलब्ध है। इस नए नवेले वार्ड में किसी हद तक शिक्षा की व्यवस्था अच्छी कही जा सकती है लेकिन यह ग्रामीण स्तर से ही इस वार्ड को उपलब्ध रहा है। नगर परिषद क्षेत्र में शामिल होने के बाद से अब तक कोई भी अतिरिक्त लाभ इस वार्ड को अब तक नहीं मिल सका है। बल्कि हाल यह है कि शिक्षा की सामान्यत: ठीकठाक व्यवस्था के अलावा अन्य कोई भी व्यवस्था बिलकुल उपलब्ध नहीं है। वार्ड की आबादी 06 हजार के करीब है जबकि 16 सौ मतदाता इस वार्ड में हैं। यहां मतदाता पुनरीक्षण कार्य के लिए दो बीएलओ नियुक्त हैं। मतदाता पुनरीक्षण का कार्य बेहतर तरीके से हो तो नए मतदाताओं की संख्या में बढ़ोत्तरी संभव है, ऐसा मतदाता सूची में शामिल होने की प्रतीक्षा में रहे युवा वार्डवासी कहते हैं। युवा मतदाताओं का मानना है कि बीएलओ को तत्परता बरतने की जरूरत है ताकि कोई भी नया मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए। नल-जल की स्थिति बनी हुई है गंभीर वार्ड 10 में नल-जल कीस्थिति ठीक नहीं रहने के कारण स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। फूलवरिया के ग्रामीणों का कहना है कि जब यह गांव सोनसा पंचायत का अंग था, तब यहां नल-जल योजना के तहत बोरिंग और टंकी लगाई गई थी, लेकिन अन्य योजनाओं की तरह यह अतिमहत्वाकांक्षी योजना भी बिचौलियों की भेंट चढ़ कर रह गयी और वर्तमान में स्थिति यह है कि इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। आम लोगों ने कहा कि नल-ल के तहत घटिया क्वालिटी के पाईप बिछाए जाने के कारण लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीण कहते हैं कि यहां सड़क और गली की स्थिति भी बिल्कुल ही सही नहीं है, लेकिन इस मामले में लोग गुंजाइश कर लेते हैं जबकि लोगों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था सबसे जरूरी है और यह व्यवस्था नहीं हो पाने का मलाल वार्डवासियों को बेहद है। फूलवरिया और नसरतपुर दोनों जगहों पर नल-जल से पानी की आपूर्ति आवश्यक रूप से होनी चाहिए। हालिया दिनों की गर्मी को देखते हुए यह बेहद जरूरी भी है। ऐसी मांग करते हुए अनेक वार्डवासी कहते हैं कि इस वार्ड में महादलितों की संख्या काफी अधिक है। गर्मी तपने से पहले अगर वार्ड में नल-जल से पानी की आपूर्ति बहाल करा दी जाती है तो बेहतर होगा अन्यथा परिस्थितियां बेहद दुष्कर हो कर रह जाएंगी। नाली-गली की स्थिति में है सुधार की जरूरत इस नवगठित वार्ड में नाली-गली और सड़क की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। गांव की अंदरूनी गलियों में नाली निर्माण नहीं किये जाने से जलजमाव की समस्या गंभीर समस्या बनी हुई रहती है। इसके साथ ही गलियों में पेवर ब्लॉक बिछाने और पीसीसी ढलाई का कार्य नहीं कराए जाने से गांव की गलियां आज भी कच्ची हैं, जिसपर बरसात के दिनों में लोग कीचड़ में चलकर आते और जाते हैं। पिछले निकाय चुनाव में निर्वाचित स्थानीय वार्ड पार्षद ज्योति देवी अपने चुनावी घोषणा के अनुसार कार्य करने में रूचि दिखा रही है। उन्होंने अब तक नाली और गली का कार्य ठीकठाक ही कराया है। लेकिन ससमय फंड उपलब्ध नहीं किये जाने के कारण अभी भी कई योजनाएं अधर में अटकी हुई है। लोगों का कहना है कि वार्ड के बेहतर विकास के लिए नगर परिषद को ठोस पहल करने की जरूरत है ताकि आम लोगों की समस्याओं का निवारण जल्द किया जा सके। नई बसावटों का अधिभार अभी नहीं लेकिन हो सकती है समस्या शहरीकरण के बदलते दौर में हिसुआ के अन्य वार्डों की तरह इस वार्ड में भी नए बसावट की संभावना बन रही है। इधर भी काफी संख्या में लोगों ने जमीन खरीदकर अपना आशियाना बनाने की पहल की है। इससे यह इलाका भी घनी आबादी वाला हो सकता है। चूंकि अभी ही वार्ड में अभावों का डेरा है, ऐसे में नई बसावट के लिए सुविधा और भी दुर्लभ साबित हो सकती है। कुछ इसी सोच के तहत अभी इस तरफ नया बसावट तेजी नहीं पा रहा है। पौराणिक तमसा तट पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं रामायणकालीन तमसा नदी इसी वार्ड के पूर्वी दिशा में बहती है। हिसुआ का प्रसिद्ध और पौराणिक तमसा नदी छठ घाट इसी वार्ड का हिस्सा है। लेकिन निराशाजनक स्थिति यह है कि किसी प्रकार की स्थायी तौर पर बुनियादी सुविधा तक यहां उपलब्ध नहीं है। इस छठ घाट पर छठ पूजा के दौरान हिसुआ प्रखंड और नगर सहित नरहट और मेसकौर प्रखंड से हजारों श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य देने आते हैं। स्थानीय लोग यहां स्थायी कुंड, शौचालय और चेंजिग रूम बनाने की मांग लम्बे अर्से से करते आ रहे हैं। इसके साथ ही इस जगह पर खेल मैदान भी बनाने की मांग लम्बे समय से किया जा रहा है। यहां शवदाह गृह और शेड निर्माण की मांग भी अधूरी है, जबकि यहां शवदाह का कार्य यहां बहुलता में होती है। लोग कहते हैं कि तमसा तट के विकास से सिर्फ वार्डवासी ही नहीं बल्कि पूरे प्रखंड और नगर के लोग लाभान्वित होंगे। हालांकि प्रत्येक वर्ष देवोत्थान एकादशी के दिन यहां आयोजित होने वाले तमसा महोत्सव को राजकीय महोत्सव में शामिल किए जाने के बाद अब इसके विकास की लोगों में आस जग गयी है। ------------------------- लोगों की व्यथा : वार्ड 10 में नल-जल से पेयजल की आपूर्ति बंद कर दी गयी है जबकि बोरिंग और मोटर सहित सभी चीजें उपलब्ध हैं। इस वार्ड में किस कारण से जलापूर्ति बंद है यह किसी को पता नहीं और कोई बतानो वाला भी नहीं है। अभी से ही भीषण गर्मी पड़ रही है और ऐसे मौसम में जलापूर्ति का बंद रहना निराशाजनक है। इसे जल्द चालू करने की जरूरत है। -गुड्डू चौधरी, वार्डवासी। वार्ड में नल-जल और नाली-गली की गंभीर समस्या है, जिसपर गंभीरता पूर्वक स्थानीय जनप्रतिनिधि को विचार करना चाहिए। जगह-जगह पर जलजमाव की भी समस्या है, जिसका निदान निकल नहीं पा रहा है। जलजमाव की समस्या का स्थाई समाधान नगर परिषद को निकालना चाहिए जबकि वार्ड पार्षद को भी निजी दिलचस्पी दिखानी चाहिए। -सुबोध उर्फ साहेब यादव, वार्डवासी। तमसा नदी तट को विकसित कर वहां पर खेल मैदान, स्थायी कुंड, चेंजिग रूम और शौचालय निर्माण कराने की चिरप्रतीक्षित मांग का पूरा नहीं होना बेहद निराशाजनक साबित हो रहा है। इसके अलावा तमसा तट पर श्मशान घाट को विकसित करने तथा यहां शवदाह गृह एवं शेड का निर्माण अत्यंत जरूरी है। इसकी अनदेखी आमलोगों पर भारी पड़ने लगी है। -अनुज कुमार, वार्डवासी। तमसा तट को विकसित करने से समूचे हिसुआ प्रखंड और नगर के लोग लाभान्वित होंगे। यह एक ऐतिहासिक, पौराणिक और प्रसिद्ध स्थल है। हिसुआ के लोगों के लिए यह किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है। हर हाल में तमसा तट को विकसित किया जाना चाहिए। अब तक इसकी अनदेखी लोगों ने स्वीकार कर ली है लेकिन अब लोगों को सब्र धरा नहीं जा रहा है। -राहुल कुमार, वार्डवासी। ---------------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार : सीमित संसाधनों के बावजूद अपने निजी प्रयास से वार्ड के चहुंमुखी विकास कराने को तत्पर हूं। हालांकि विकास कार्यों की राह में फंड की कमी बाधा बन रही है। फिर भी सुधार सतत जारी है। नल-जल की व्यवस्था यहां उस वक्त हुई थी, जब हमलोग ग्राम पंचायत क्षेत्र के वाशिन्दे थे। लेकिन लोगों के घरों तक पानी सप्लाई के लिए बिछाए गए पाईप की क्वालिटी खराब रहने के कारण लोगों के घरों तक पानी पहुंच ही नहीं पाता है। हालांकि इतनी दुरुह स्थिति के बावजूद आधे से अधिक घरों तक पानी की सप्लाई होती थी लेकिन अब पानी की आपूर्ति ही बंद कर दी गयी है। मैंने अपने स्तर से कई दफा नल-जल से आपूर्ति शुरू कराने का प्रयास किया है, जिसपर नगर परिषद अमल ही नहीं कर रही है। ग्रामीण जल्द से जल्द नल-जल से आपूर्ति शुरू करने की मांग लगातार उठा रहे हैं, जिस पर मेरा ध्यान है। जल्द ही कुछ बेहतर रास्ता निकल आए। -ज्योति देवी, वार्ड पार्षद, वार्ड 10, हिसुआ नगर परिषद, नवादा।

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