कौआकोल : शौचालय नहीं होने से महिलाएं होती हैं परेशान
कौआकोल, एक संवाददाताप्रखंड के भलुआही बाजार में शौचालय नहीं रहने से दूर दराज से बाजार आने वाली महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

कौआकोल, एक संवाददाता प्रखंड के भलुआही बाजार में शौचालय नहीं रहने से दूर दराज से बाजार आने वाली महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्रखंड के 15 में से पश्चिमी भाग के 5 पंचायत की कुल 16 राजस्व गांव की लगभग एक लाख की आबादी के लिए भलुआही एकमात्र बाजार है। जहां प्रतिदिन 5 सौ से एक हजार महिलाएं दवा, सब्जी, फल, कपड़ा, तेल, साबुन, समेत अपनी आवश्यक उपयोग की अन्य जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए बाजार आती हैं। जहां शौचालय का अभाव उन्हें काफी खटकता है। विशेष परिस्थिति में शौच या मूत्र त्याग करने की इच्छा महसूस होने की स्थिति में उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। भलुआही बाजार में घनी आबादी वाले कम से कम दो स्थानों पर पिंक टॉयलेट की निहायत आवश्यकता है। महिलाओं द्वारा करीब 25 वर्षों से भलुआही बाजार में शौचालय निर्माण किए जाने की मांग उठाई जाती रही है। पर आज तक उन महिलाओं की मांगें दिवास्वप्न बनकर ही रह गई है। दुर्भाग्य ही कहा जाए की सरकार आधी आबादी के विकास तथा सहूलियत के लिए कई तरह की योजनाएं चला रखी है। बावजूद भलुआही बाजार में एक भी शौचालय का निर्माण आज तक नहीं किया जा सका है। बाजार में शौचालय नहीं होने के कारण में विशेष परिस्थिति में महिलाओं को बाजार से बाहर जाकर खुले में शौच करने की मजबूरी बन जाती है। जहां उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। शौच तथा मूत्र त्याग करने से रोकने पर स्वास्थ्य पर पड़ता है बुरा असर बाजार में आने वाली महिलाओं को इस परेशानी का भारी व खतरनाक संकट भुगतना पड़ता है। बाजार में शौचालय नहीं होने की स्थिति में विशेष परिस्थिति में भी उन्हें शौच तथा पेशाब को लाचारी में रोक लेना पड़ता है। जिससे उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसके कारण महिलाओं को यूरिनरी इंफेक्शन का शिकार होना पड़ता है। कुछ महिलाओं से समस्या के बारे में पूछने पर उन लोगों ने बताया कि बाजार में शौचालय तथा मूत्रालय की व्यवस्था नहीं रहने के कारण महिलाएं जब बाजार आतीं हैं तो पानी का सेवन बिलकुल नहीं इसलिए करतीं हैं कि कहीं उनके सामने विशेष परिस्थिति न खड़ा हो जाए। वह घर से पानी पीकर निकलती है और घर लौटने के बाद ही पानी का सेवन कर पाती है। जो उनके स्वास्थ्य पर बूरे प्रभाव पड़ने का एक मुख्य वजह है। इस परिस्थिति में कम उम्र की किशोरियों व युवतियों में ई-कोलाई की समस्या तथा अधिक उम्र की महिलाओं को ल्यूकोरिया और पेल्विक इंफेक्शन का शिकार बनना पड़ा जाता है। चिकित्सकों के अनुसार पेशाब को अधिक देर तक रोक कर रखने से किडनी स्टोन यूरिन में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट नामक मिनरल के मौजूद होने से किडनी प्रभावित हो जाता है। क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि महिलाओं के लिए यह समस्या काफी गंभीर है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों के समक्ष बात को रखा जाएगा। भलुआही बाजार में सार्वजनिक शौचालय निर्माण कराए जाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही महिलाओं को समस्या से निजात मिल सकेगा। -नीतीश राज, जिप सदस्य कौआकोल पश्चिमी भाग।
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