नीतीश कुमार कब पलट जाएं, इधर हो जाएं, गारंटी नहीं; तेजस्वी के बयान का मतलब क्या है
- तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। नीतीश कुमार कब पलट जाएं इधर हो जाएं इसकी कोई गारंटी नहीं है।

विधान परिषद में राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के बीच बुधबवार को बजट सत्र के दौरान तीखी बहस हुई। उसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सीएम को लेकर बड़ा बयान दिया। लालू यादव से तुलना करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कब पलट जाएं इधर हो जाएं इसकी कोई गारंटी नहीं है। इससे पहले राबड़ी देवी ने भी कहा कि नीतीश कुमार का कान फूंक कर बीजेपी और जदयू के तीन चार नेता महिलाओं का अपमान करवा रहे हैं।
विधानसभा में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने सत्ता गंवा दी लेकिन अपनी जगह पर डटे रहे। लेकिन नीतीश कुमार कब पलट जाएं इधर हो जाएं इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता। उन्होंने कहा का सीएम की स्थिति नाजुक है। अब उन्हें त्याग पत्र दे देना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार बार बार महिलाओं का अपमान करते हैं। अब हालत गंभीर हो गई है। बिहार की कमान ऐसे हाथ में है जो अचेत अवस्था में है। उनकी स्थिति ठीक नहीं है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव नीतीश कुमार से पहले कई बार एमएलए और एमपी बन चुके थे। उन्होंने कई प्रधानमंत्री बनाया। नीतीश कुमार को हमने दो दो बार सीएम बनाया। उनमें लालू यादव में कोई तुलना ही नहीं है। कहा कि नीतीश कुमार की नीति यही है कि सबकोई जाए भांड़ में, हम कुर्सी के जुगाड़ में। नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि अपराधियों को छुड़वाने के लिए वे कानून बदल देते हैं। इनके राज में अपराधी पकड़े जाते हैं पर पुलिस सबूत नहीं जुटा पाती है। ऐसे में वे छूट जाते हैं। वे तथ्य से पड़े बयान देते रहते हैं। बीस सालों से मुख्यमंत्री के साथ साथ गृह मंत्रालय के मालिक हैं लेकिन अपराधी बेखौफ होकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।