चौबे और ठाकुर को राहत नहीं, 6 साल पहले एके-47 की तड़तड़ाहट से दहल उठा था मुजफ्फरपुर का बस स्टैंड
- एक फरवरी 2019 को कुंदन सिंह एक बस ट्रेवल्स के टिकट काउंट के पास बैठा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर गई थी। बिहार एसटीएफ जवान ने एके-47 से गोली चलाकर शूटर को बस के अंदर ही ढेर कर दिया था। इस मुठभेड़ का लाइव वीडियो वायरल हुआ था।

बिहार के मुजफ्फरपुर सिति बैरिया बस स्टैंड में छह साल पहले हुई कुंदन सिंह की हत्याकांड में जेल में बंद बैरिया के मुखिया अनिल चौबे की ओर से दाखिल आरोप मुक्ति का आवेदन खारिज हो गया। उसकी अर्जी पर एडीजे -20 के कोर्ट में बीते एक फरवरी से सुनवाई चल रही थी। मामला अभी आरोप गठन के बिंदू पर चल रहा है, जिसमें अनिल चौबे और राकेश कुमार उर्फ चुन्नू ठाकुर का सत्र विचारण एक साथ चल रहा है। बीते साल हुई गिरफ्तारी के बाद दोनों गैंगस्टर जेल में बंद हैं।
पुलिस ने चार्जशीट में स्पष्ट किया था कि कोल्हुआ निवासी कुंदन सिंह की हत्या कोर्ट में गवाही से रोकने को की गई थी। सदर थाना के चर्चित पंकज हत्याकांड में कुंदन सिंह गवाह था। केसरिया के पंकज कुमार की हत्या भगवानपुर में कर दी गई थी। इसमें कुंदन को हत्यारोपियों ने गवाही देने से मना किया था, लेकिन, वह नहीं मान रहा था। इसलिए कुंदन सिंह की हत्या की साजिश रची गई। बैरिया स्टैंड में विभिन्न बस मालिकों के लिए इंचार्ज के रूप में कुंदन सिंह काम कर रहा था। एक फरवरी 2019 को कुंदन सिंह एक बस ट्रेवल्स के टिकट काउंट के पास बैठा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर गई थी। कुंदन की पत्नी अंचला कुमारी ने खुद को चश्मदीद बताकर बयान दर्ज कराया था। उसने एफआईआर में आरोप लगाया था कि वह पति के पास रुपये के लिए गई थी, इसी दौरान चुन्नू ठाकुर, अनिल चौबे, शिवहर के श्रीनारायण सिंह, दामुचक निवासी प्रकाश सिंह बादल और शीत बसंत बस के मालिक कैलाश मिश्र व तीन चार अन्य अज्ञात शूटर पहुंचे। सभी आरोपितों ने उसके सामने कुंदन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना में पुलिस ने शुरू में सीतामढ़ी के प्रांजल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। प्रांजल पर अलग से ट्रायल चल रहा है। वहीं आरोपित श्रीनारायण सिंह की शिवहर में हत्या हो गई थी। मामले में पुलिस ने अब तक प्रकाश सिंह बादल को गिरफ्तार नहीं कर पाई है और नहीं उसकी कुर्की जब्ती हुई है। जबकि बस ऑनर कैलाश मिश्र की मामले में संलिप्तता के बिंदू पर साक्ष्य तलाशे जा रहे हैं।
एसटीएफ ने एक शूटर को मौके पर किया था ढेर
बैरिया बस स्टैंड में घटना के वक्त ही उधर से एसटीएफ की टीम गुजर रही थी। कुंदन सिंह की हत्या के बाद हाथ में पिस्टल से फायर करते हुए शूटर भागे। एसटीएफ की टीम को लगा कि उन पर गोली बारी हुई है। भाग रहे शूटर को एसटीएफ के जवानों ने घेरा। एक शूटर बस में छिप गया। जिससे जवानों का मुठभेड़ हो गया। बिहार एसटीएफ जवान ने एके-47 से गोली चलाकर शूटर को बस के अंदर ही ढेर कर दिया था। इस मुठभेड़ का लाइव वीडियो वायरल हुआ था।