इमारत-ए-शरिया को तोड़ने की साजिश: सईदुर्रहमान
मजहरुल हक ऑडिटोरियम में आयोजित मजलिस-ए-अरबाब-ए-हल व अकद का इमारत शरिया से कोई संबंध नहीं है। मुफ्ती मोहम्मद सईद रहमान कासमी ने कहा कि इमारत शरिया एक सौ साल पुराना संगठन है। उन्होंने अरबाब-ए-हल व अकद...

मजहरुल हक ऑडिटोरियम में आयोजित मजलिस-ए-अरबाब-ए-हल व अकद का इमारत शरिया से कोई संबंध नहीं है। इमारत शरिया के कार्यवाहक नाजिम मुफ्ती मोहम्मद सईद रहमान कासमी ने गुरुवार को मीडिया से ये बातें कही हैं। कहा कि इमारत-ए-शरिया सौ साल पुराना धार्मिक और सामाजिक संगठन है, जिसे हमारे बुजुर्गों ने बहुत मेहनत और ईमानदारी से बनाया है। इस संस्था का अपना एक नियम और तरीका है, जिसके तहत अमीर-ए-शरीअत का चुनाव होता है। एक तरफ इमारत शरिया वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है और दूसरी तरफ संस्था को तोड़ने की साजिश हो रही है। अरबाब-ए-हल व अकद इमारत शरिया की एक महत्वपूर्ण समिति है।
इसके सदस्य मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवी, मस्जिदों के इमाम समेत मदरसों और समाज के प्रतिष्ठित लोग होते हैं, जिनकी फेहरिस्त इमारत शरिया कार्यालय में मौजूद है। इनको छोड़कर किसी और को बुलाना संस्था के नियम और ताकत को कमजोर करना है। उन्होंने कहा कि अरबाब-ए-हल व अकद की अगली बैठक आगामी 25 मई को इमारत शरिया के दफ्तर में होगी। उस दिन वास्तविक सदस्य इसका सही जवाब देंगे।
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