ये कैसी पुलिसिंग! 11 साल में अगवा लड़की की मेडिकल रिपोर्ट नहीं ला सकी पुलिस, आरोपी आजाद घूम रहे
- अपहृता अब 24 वर्ष की हो चुकी है और उसकी शादी भी हो चुकी है। केस फाइल के बाद मामले में कार्रवाई तेज की गई है। अपहरण के आरोपित चंदन कुमार की गिरफ्तारी का पुलिस दबाव बना रही है।

बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है।कांटी में 11 साल पहले हुई 13 वर्षीया किशोरी के अपहरण मामले में लंबित फाइल खोली गई है। बरामदगी के बाद छात्रा की मेडिकल जांच कराई गई थी, लेकिन अब तक पुलिस मेडिकल रिपोर्ट नहीं ले पाई है। केस रिकॉर्ड में मेडिकल रिपोर्ट नहीं है। अपहृता अब 24 वर्ष की हो चुकी है और उसकी शादी भी हो चुकी है। केस फाइल के बाद मामले में कार्रवाई तेज की गई है। अपहरण के आरोपित चंदन कुमार की गिरफ्तारी का पुलिस दबाव बना रही है, जिसके बाद उसने अग्रिम जमानत की कोशिश शुरू की है। हालांकि कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते उसे अग्रिम जमानत देने से मना कर दिया है।
यह घटना 17 फरवरी 2014 की है। शाम सात बजे 13 किशोरी दैनिक जरूरत के लिए घर से निकली थी। इसी दौरान आरोपित चंदन और उसके चार साथियों ने किशोरी का मुंह कपड़ा से दबा दिया। कपड़े में बेहोशी की दवा थी, जिससे किशोरी तुरंत बेहोश हो गई। जब किशोरी को होश आया तो वह खुद को दिल्ली रेलवे जंक्शन पर पाया। वहां पर आरोपित नहीं थे।
किशोरी ने दिल्ली जंक्शन पर से एक यात्री के मोबाइल से कॉल कर पटना में रह रहे अपने भाई को जानकारी दी। किशोरी का बहनोई भी दिल्ली में ही काम करता था। भाई ने बहनोई को सूचना दी, जिसके बाद बहनोई किशोरी को दिल्ली जंक्शन से अपने घर ले गया। वहां से वह पिता के साथ घर लौटी।
28 फरवरी को थाने पर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसका कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया था। लेकिन पुलिस मानो सो गई और अनुसंधान को भी रोक दिया गया। अब जब कोर्ट में केस फिर से खुल गया है तो पुलिस ऐक्टिव होने की बात कह रही है।
बरामदगी के बाद पुलिस ने दबा दी केस फाइल
कोर्ट में 164 के तहत दिए बयान में किशोरी ने कहा कि बेहोशी के दौरान उसके साथ क्या हुआ, इसकी उसे कुछ जानकारी नहीं है। इस पर पुलिस ने किशोरी की मेडिकल जांच भी कराई, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट नहीं ली गई। किशोरी की बरामदगी के बाद पुलिस ने केस फाइल दबा दी। आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। 11 साल पुराने लंबित केस की फाइल बीते सात 19 फरवरी को खोली गई, जिसके बाद मामले में छानबीन तेज की गई है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी की है।