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कोरोना से जंग: 50 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित

------------200 एलपीएम क्षमता का दो ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति बंद -सेंट्रलाइज आक्सीजन प्लांट चालू, 250 बेड इससे कनेक्ट -मेडिकल कॉलेज में 100 छोटे-बड़

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाWed, 28 May 2025 01:32 AM
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कोरोना से जंग: 50 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर सदर अस्पताल में 50 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखे गए हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर पीएचसी में हेल्थकर्मी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मास्क लगाकर मरीजों की जांच और इलाज की जाएगी। मरीजों को मास्क पहनने, दो गज की दूरी बरतने और अनावश्यक भीड़ में जाने से बचने की अपील की जाने लगी है। सिविल सर्जन डा. प्रमोद कुमार कन्नौजिया ने बताया कि जिले के अस्पतालों में मास्क पहनने की सलाह मरीजों को दी जा रही है।

कोरोना के मरीज के आते ही उसे ट्रामा वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। सर्दी-खांसी के लक्षण वाले मरीजों की भी कोरोना जांच की जाएगी। पांच बेड की आईसीयू सुविधा, इमरजेंसी में 10 बेड पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर पीएचसी स्तर तक कोविड को लेकर विभाग अलर्ट है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी के लिए 10 बेड की सुविधा है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल पांच बेड की आईसीयू की सुविधा भी है। इनके अलावा 10 बेड की सुविधा पहले से ट्रॉमा सेंटर में तैयार है। इनके साथ साथ 50 बेड की सुविधा पूर्व की तरह रिजर्व है। जरूरत पड़ने पर 50 बेड की सुविधा रोगी को मिल जाएगी। अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि कोविड को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई है। मेडिकल कॉलेज में सेंट्रलाइज आक्सीजन प्लांट सुचारू : पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में सेंट्रलाइज आक्सीजन प्लांट सुचारू है। यहां सभी इंडोर सेवा में बेड प्वाइंट तक ऑक्सीजन की सुविधा है। इनके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा है। सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट सुचारू है। पीएसए के दोनों ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त करने का काम हो रहा है। इसके लिए सरकार को लिखा गया है। 200 एलपीएम क्षमता का दो ऑक्सीजन प्लांट से फिलहाल आपूर्ति बंद है। सेंट्रलाइज आक्सीजन प्लांट चालू है। इससे 250 बेड कनेक्ट है। मेडिकल कॉलेज में 100 छोटे-बड़े ऑक्सीजन कंस्टेटर हैं। पीएचसी स्तर तक जांच की सुविधा : एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला बताते हैं कि कोविड को लेकर पीएचसी स्तर तक जांच की सुविधा है। इस संबंध में विभागीय समीक्षा बैठक के बाद आवश्यक दिशा निर्देश सिविल सर्जन की ओर से जिले के सभी पीएचसी अस्पतालों को दी गई है। चूंकि यह अभियान पूर्व के वर्षों में चला है। इसलिए इस दिशा में आवश्यक रूप से जांच, बेड और ऑक्सीजन तीनों बिंदुओं पर विभाग सतर्क है। पैनिक न हो बस सतर्क रहें : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात बरतना जरूरी है। अगर किसी की तबीयत खराब होती है वह तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल में पहुँच कर जांच और इलाज कराएं। क्योंकि कोरोना में सहज और सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना को लेकर लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। बस लोगों को सहज और सतर्क रहना है। कोरोना के गाइडलाइन को फॉलो करना भी जरूरी है। मसलन बाहर से आएं तो हाथ को अच्छी तरह साबुन से धो लें। हो सके तो मास्क का भी प्रयोग करें। सामाजिक दूरी का पालन भी हितकर ही होगा।

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