करोड़पति बनने की चाह में ट्रेन के पुर्जे कबाड़ के भाव बेच दिए, रेलवे का इंजीनियर सस्पेंड
बिहार में रेलवे के एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि उसने करोड़पति बनने की चाह में ट्रेन के नए पुर्जों को कबाड़ के भाव बेच दिया था।

बिहार में रेलवे के एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने करोड़पति बनने की चाह में ट्रेन के नए पुर्जे कबाड़ के भाव बेच दिए। घोटाला उजागर होने के बाद सीबीआई और रेल विजिलेंस की टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की। करोड़ों रुपये के रेल सामग्री चोरी मामले में सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजकुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। अब रेलवे ने उस पर विभागीय कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है। राजकुमार की जगह पर रेल अधिकारी मनोज कुमार को पदस्थापित किया गया है। योगदान के बाद मनोज कुमार स्टोर की जांच में जुट गए हैं। जहां से करोड़ों रुपये के रेल सामग्री चोरी की जांच सीबीआई व रेल विजिलेंस कर रही है।
बताया जा रहा है कि करोड़पति बनने की चाहत में रेल अधिकारियों के एक गिरोह ने मालगाड़ी के नए पुर्जों को स्क्रैप बताकर 18 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बेच दिया था। एक सप्ताह पहले सीबीआई और रेल विजिलेंस की टीम ने रोहतास जिल के डेहरी ऑन सोन में छापेमारी कर सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजकुमार सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद उनके बयान पर टीम ने सोन नगर, औरंगाबाद एवं सासाराम में भी छापेमारी की। औरंगाबाद से एक ट्रक रेलवे का चोरी हुआ लोहे का सामान जब्त किया गया। गिरफ्तार सीनियर सेक्शन इंजीनियर एवं उसके सहयोगी से पूछताछ के बाद गया में छापेमारी कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि इस मामले में अभी और भी कई लोगों को पकड़ा जाएगा।
नेपाल से जुड़े हैं रेलवे में लोहा चोरी के तार
गुरुवार को सीबीआई व रेल विजिलेंस की टीम ने डेहरी से गिरफ्तार सेक्शन इंजीनियर के बयान पर मुजफ्फरपुर के नारायणपुर और गढ़हरा रेलवे सेक्शन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर के कार्यालय में छापेमारी की। वहां से कई रजिस्टर को भी जब्त किया है। सीबीआई से जुड़े सूत्र बताते हैं कि डेहरी से गिरफ्तार सीनियर सेक्शन इंजीनियर से सीबीआई को कई अहम सुराग मिले हैं।
बताया जाता है कि भारतीय रेलवे में स्क्रैप और लोहा चोरी घोटाले का तार नेपाल तक जुड़ा है। यही नहीं डेहरी ऑन सोन से सीनियर सेक्शन इंजीनियर के बयान के बाद सीबीआई व रेल विजलेंस की टीम ने हाजीपुर, पटना, सोनपुर में इंजीनियर विभाग के कई रेल अधिकारियों से भी पूछताछ की है।
अब तक हुई कार्रवाई से यह साफ है कि रेलवे में भ्रष्टाचार और चोरी का व्यापक नेटवर्क है। सीबीआई की वर्तमान कार्रवाई इस जाल को तोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया जा रहा है। गिरफ्तार रेल अधिकारियों व कर्मियों से सीबीआई को कई जानकारी मिली है। यह मामला कैरेज एंड वैगन विभाग से भी जुड़ा हुआ है। छापेमारी का नेतृत्व सीबीआई की डीएसपी रूबी चौधरी कर रही हैं।