बिहार में बौद्ध सर्किट को हाइवे से जोड़ने का काम कहां तक पहुंचा, सम्राट चौधरी ने बताया
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बौद्ध सर्किट से जुड़े हाइवे और एक्सप्रेसवे का काम अंतिम चरण में है। इस साल कई सड़कों पर यातायात शुरू कर दिया जाएगा।

बिहार में बौद्ध सर्किट को हाइवे और एक्सप्रेसवे से जोड़ने पर काम चल रहा है। भगवान बुद्ध से जुड़े धार्मिक स्थलों को आधुनिक फोरलेन सड़कों से जोड़ा जा रहा है। इसका काम अंतिम चरण में है। राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सड़कों का काम पूरा होने से धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
सम्राट चौधरी सोमवार को बोधगया पहुंचे और मंदिर में दर्शन-पूजन का बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बुद्ध की ज्ञानभूमि बिहार में बौद्ध सर्किट पर तेजी से काम चल रहा है। अरबों रुपये की लागत से तैयार हो रहे इस सर्किट का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना है बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित करना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार समतामूलक और समावेशी समाज के निर्माण के लिए लगातार काम कर रही है। डिप्टी सीएम ने बताया कि बौद्ध सर्किट के तहत फोरलेन सड़कों का निर्माण लगभग अंतिम चरण में है। कुछ मार्गों पर इस साल के अंत तक यातायात शुरू हो जाएगा।
इस सर्किट में मुख्य रूप से पटना-गया-डोभी रोड, आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे, पटना रिंग रोड (रामनगर से कच्ची दरगाह), दरियापुर-मनिकपुर-साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सड़क और गया-हिसुआ-राजगीर-नालंदा-बिहारशरीफ सड़क शामिल है।