आपकी बंद घरों की रक्षा करेगी सीतामढ़ी पुलिस
सीतामढ़ी पुलिस ने बंद घरों को चोरों से बचाने के लिए एक पहल शुरू की है। लोग यदि नौकरी या अन्य कारणों से लंबे समय तक बाहर जाते हैं, तो उन्हें पुलिस को सूचित करना होगा। इससे पुलिस घरों की निगरानी कर...

सीतामढ़ी। लंबे समय से बंद घरों को चोरों के टारगेट से बचाने के लिए सीतामढ़ी पुलिस ने एक अच्छी पहल शुरू की है। अगर कोई व्यक्ति नौकरी या अन्य कारणों से लंबे समय के लिए घर बंद कर बाहर जाते है तो इसकी सूचना पुलिस को दे। संबंधित थाने की पुलिस अपने स्तर से आपके घर की रक्षा करेगी और चोरी की संभावित घटना से बचाएगी। मालूम हो कि जिले में लगातार बंद घरों को चोरों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। घर लौटने के बाद लोगों को चोरी की जानकारी मिल रही है। इस तरह के वारदात पर अंकुश लगाने के लिए एसपी अमित रंजन ने इसके लिए सभी थानेदारों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर लोगों को जागरुक करने का निर्देश दिया है। ताकि, लोग कहीं बाहर जाए तो इसकी जानकारी पुलिस को दें। इसके बाद संबंधित थाने की पुलिस स्थानीय चौकीदार व गश्ती दल के सहारे घर की निगरानी कर सके। सीतामढ़ी पुलिस की ओर से एक बयान जारी कर लोगों से अपील किया गया है कि कोई भी व्यक्ति नौकरी या अन्य कारणों से लंबे समय तक जिले से बाहर रहते है और अपने घर की देखभाल नियमित रुप से कर पाते है, उनसे सीतामढ़ी पुलिस ने अनुरोध किया है कि वें इस संबंध में पुलिस को लिखित सूचना दे। इससे पुलिस आपके घर या मकान के क्षेत्र में नियमित गश्ती और अन्य सहायता प्रदान कर सकेगी। इससे गृहभेदन व चोरी जैसी समस्याओं पर नियंत्रण भी संभव होगा। इस कार्य में जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
अपराध नियंत्रण में सहयोग को किराएदारों का रखे रिकॉर्ड: जन सुरक्षा और अपराधिक गतिविधियों के प्रति सजग रहने के लिए पुलिस ने सभी मकान मालिक, लॉज संचालक और गेस्ट हाउस संचालकों से किराए पर कमरा देने से पूर्व अपने किराएदारों की पहचान का सख्ती से सत्यापन कराने की अपील की है। कुछ मामलों में अपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों ने बिना उचित सत्यापन के आवास किराए पर लेने में सफल हुए और किराए के मकान में रहकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देने में सफल हुए है। ऐसे ही मामलों के कारण विभिन्न सुरक्षा खतरों का सामना करना पड़ता है।
अपराधिक घटनाओं को रोकने सहयोग की अपील
1. सभी संभावित किराएदारों से आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या मतदाता पहचान पत्र जैसे सरकार द्वारा जारी मूल पहचान पत्र देखने पर जोड़ दें।
2. किराएदारों का पूरी तरह सत्यापन करें, किराएदारों से कम से कम दो रेफरेंस देने और उनके संपर्क विवरणों का सत्यापन करना अनिवार्य करें।
3. किराए पर मकान लेने वाले किराएदारों का रिकॉर्ड रखे। भविष्य के लिए सभी किराएदारों के नाम, पता, संपर्क जानकारी और उनके पहचान दस्तावेजों की प्रतियां का विस्तृत रिकॉर्ड रखे।
4. किराये पर मकान लेने वालों की जानकारी स्थानीय पुलिस को अवश्य दें। नए किराएदार के बारें में पुलिस से सत्यापन कराना सुनिश्चित करें।
बयान:
अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोग निजी कारणों से लंबे समय तक अपना घर बंद रखते हैं
और ऐसे ही घरों को चोर निशाना बनाते है। इस घटना को रोकने लिए पुलिस बंद घरों की निगरानी करेगी। इसके लिए लोगों से अपील है कि वें बाहर जाने से पहले पुलिस को लिखित जानकारी दे, ताकि पुलिस उनकी घर की रक्षा कर सके। इसके लिए सभी थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को जागरुक करने का निर्देश दिया गया है, ताकि लोग कहीं जाए तो इसकी सूचना पुलिस को दें।
- अमित रंजन, एसपी।
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