पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी का सुदृढ़ीकरण व टीकाकरण व्यवस्था हो नियमित
सीवान जिले के 16 प्रखंडों में महिला संवाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, जिसमें 7,920 महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं ने सरकारी योजनाओं की जानकारी ली और अपनी आकांक्षाएं साझा कीं। कार्यक्रम का उद्देश्य...

सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता।जिले के 16 प्रखंडों में शुरू हुए महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ती ही जा रही है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में हुए महिला संवाद कार्यक्रम में बुधवार को 7,920 महिलाओं ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई। महिला संवाद में पहुंची महिलाओं ने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सरकार से अपनी भागीदारी को लेकर अपनी आकांक्षाएं भी साझा की। बहरहाल, महिला संवाद कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को सरकार की प्रमुख योजनाओं, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, अक्षर आंचल योजना, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, राजकीय सावित्री बाई फुले छात्रावास, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति-जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता योजना व सबल योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका व अधिकारों के क्षेत्र में बराबरी का अवसर देना है। इसी क्रम में महिला संवाद के दौरान, गोरियाकोठी प्रखंड की दीदियों ने पंचायत स्तर पर आंगनवाड़ी केन्द्र के सुदृढ़ीकरण व टीकाकरण व्यवस्था को नियमित करने की मांग उठाई। आंदर पंचायत की महिलाओं ने महिला संवाद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ऐसे परिवारों को प्राथमिकता देने की बात कही जिनके पास अब भी पक्के घर नहीं हैं। हसनपुरा प्रखंड की महिलाओं ने अपने इलाके में कस्तूरबा विद्यालय में बालिकाओं के लिए अतिरिक्त कक्ष व महिला शिक्षक की नियुक्ति की मांग की। महिलाओं ने सुझाव दिया कि स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प या बुनाई-कढ़ाई जैसे प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएं जिससे वह स्वयं रोजगार से जुड़ सकें। महिला संवाद में ग्रामीण महिलाएं अब न केवल योजनाओं की जानकारी ले रही, बल्कि उनमें अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर ठोस मांगें भी रख रही हैं। यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार सरकार की एक दृढ़ व प्रभावशाली पहल है। अब नीति नहीं बनेगी अकेले से गांव की दीदी भी बोलेंगी खुले से, इस भावना के साथ महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं को सरकार के साथ जोड़ने व उन्हें समाज में सशक्त भागीदार बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रहा है। महिलाएं जागरूक हैं, संगठित हैं और अब वह सीधे नीति संवाद की धारा में शामिल हो रही हैं। महिला संवाद इसका जीता-जागता उदाहरण है। डीपीएम जीविका कृष्णा कुमार गुप्ता ने बताया कि महिला संवाद कार्यक्रम बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देने व उनकी सामाजिक-आर्थिक आकांक्षाएं समझने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन जीविका के माध्यम से किया जा रहा है, जो इस पहल की नोडल एजेंसी है। जीविका से उत्कृष्ट कार्य करने वाली दस महिलाओं ने साझा किया अनुभव दरौंदा, एक संवाददाता। प्रखंड के सिरसांव में जीविका दारौंदा द्वारा महिला संवाद का आयोजन किया गया। समृद्धि जीविका महिला ग्राम संगठन व कोथुआ सारंगपुर पंचायत के फतेहपुर ग्राम के रानी ग्राम संगठन में महिला संवाद का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जीविका से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 10 महिलाओं ने अपनी कहानी अपनी जुबानी साझा की। बताया कि कैसे वह जीविका के सहयोग से गरीबी की कुचक्र से बाहर निकली व अपने परिवार के बेहतर विकास के लिए कार्य कर रही है l जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक अमित प्रीतम ने बताया कि महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं व कार्यों से अवगत कराना है। गांव की महिलाएं अपने गांव या टोलों समस्यायों व आकांक्षाओ को चिन्हित कर उनके समाधान के संबंध में अपना अभिमत सहज तरीके से उपलब्ध करा सकें, साथ ही सामाजिक विकास से सम्बंधित मुद्दों पर अपना मंतव्य प्रदान कर सकें। महिला संवाद में महिलाओं ने कोथुआ व सिरसाव में स्थाई नाली, सिलाई केन्द्र,आंगनबाड़ी, शिक्षा सेवा में सुधार, स्कूल में शिक्षक की बढ़ोतरी, नल जल योजना, सामूहिक रोजगार, पुस्तकालय, महिला उद्यमी योजना, सामूहिक शौचालय, आधार सुधार केंद्र की स्थापना व बिजली की दर को कम करने की मांग रखी। विकास कुमार गुप्ता, किशोर कुमार, राकेश कुमार , अमरजीत कुमार, रिंकू कुमारी, रीता कुमारी, आरती देवी, नीतू देवी, कुसुम कुमारी ,ऊषा देवी ,निशा कुमारी समेत ढाई सौ से अधिक महिलाएं उपस्थित थीं। महिलाओं को जागरूक कर गांव के विकास की बनेगी रुप रेखा गोरेयाकोठी, एक संवाददाता। प्रखंड की सभी 144 ग्राम संगठनों के माध्यम से महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजना किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवारको शादीपुर तथा सतवार पंचायत के ओम और साधना ग्राम संगठन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बावजूद भीषण गर्मी के, महिलाओं ने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दिखाई पड़ी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से गांव की महिलाओं को स्थानीय समस्यों को लेकर अपनी बात करने का खुला मंच मिला है। वे संवाद कार्यक्रम में अपनी व अपने गांव की समस्याओं की खुल कर चर्चा कर रही हैं। समस्यायों को महिला संवाद ऐप के जरिये आयोजक दल को नोट भी करा रही हैं। साथ ही वे सरकार के विभिन्न योजनाओं के लाभ की भी चर्चा कर रही हैं। संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और सशक्तीकरण के नए रास्तों पर चर्चा की। संवाद के दौरान महिला शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा तथा उनके अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर बात की गई। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी तथा उनके क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। महिला सशक्तीकरण को नई दिशा देने के उद्देश्य से महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस संवाद का उद्देश्य महिलाओं को जागरूक करना, उनकी आवाज़ को बुलंद करना और उनके सामाजिक, आर्थिक तथा राजनैतिक सशक्तीकरण को सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम में इस बात पर चर्चा की जा रही कि महिलाओं के समग्र विकास के लिए और किन-किन प्रयासों की जरुरत है। समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। महिला संवाद ने गोरियाकोठी की महिलाओं को एक मंच प्रदान किया, जहां वे अपनी समस्याओं को साझा कर सकें और उनके समाधान की दिशा में कदम बढ़ा सकें। यह पहल महिलाओं के हित में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और उन्हें जागरूक बनाने में सहायक सिद्ध होगी। भविष्य में, इस प्रकार के संवादों के माध्यम से महिलाओं को जागरूक करने और उनके सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है। इसमें मुख्य रूप से केंद्र व राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के हित में चलाए जा रहे योजनाओं को सुदूर क्षेत्रों की महिलाओं तक पहुंचाने एवं लाभ लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस मौके पर प्रखंड जीविका परियोजना प्रबंधक परिमल कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक राजेश कुमार, सामुदायिक समन्वयक निधि दूबे, रूपेश कुमार, रोशन कुमार सहित अन्य उपस्थित रहें।
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