मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी राजेंद्र प्रसाद अब तक फरार, बिहार एसवीयू की यूपी में दबिश
सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद से वे एसवीयू के समक्ष उपस्थित नहीं हुए और लगातार फरार चल रहे हैं। साथ ही जांच एजेंसी ने भी उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।

आय से अधिक संपत्ति मामले में फरार चल रहे मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति को तलाशने बिहार एसवीयू की टीम ने उत्तर प्रदेश में दबिश दी। पूर्व कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद मूल रूप से गोरखपुर के ही रहने वाले हैं। टीम ने वहां जाकर उनके घर और शिक्षण संस्थान में दबिश दी, लेकिन वे कहीं नहीं मिले। फिलहाल टीम यूपी पुलिस के सहयोग से उन्हें वहां के कई शहरों में तलाशने में लगी हुई है। अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद से वे एसवीयू के समक्ष उपस्थित नहीं हुए और लगातार फरार चल रहे हैं। साथ ही जांच एजेंसी ने भी उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इससे पहले भी विशेष निगरानी इकाई ने उनसे पूछताछ के लिए कई बार समन जारी करके बुलाया था, लेकिन वे कभी भी हाजिर नहीं हुए। आय से अधिक संपत्ति मामले में एसवीयू ने उनके बोधगया, गोरखपुर, पटना समेत सभी ठिकानों पर नवंबर 2021 को छापेमारी की थी।
सुप्रीम कोर्ट से सरेंडर का आदेश
पूर्व वीसी राजेंद्र प्रसाद अपनी अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए थे, मगर शीर्ष अदालत से उनकी याचिका खारिज हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सरेंडर करने के लनिए कहा था। एसवीयू ने उन्हें कई बार पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे पेश नहीं हुए। अब जांच एजेंसी उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। 17 नवंबर 2021 को राजेंद्र प्रसाद के ठिकानों पर हुई छापेमारी में करीब 3 करोड़ रुपये कैश मिला था और 30 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ था।