प्रयागराज के टेंट हाउस में भीषण आग, 3 किलोमीटर से देखी गईं ऊंची-ऊंची लपटें और धुएं का गुबार
- आग की ऊंची-ऊंची लपटें 3 किलोमीटर की दूरी से देख गईं। आसमान में धुएं के गुबार भी दिखाई दिए। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुट गए। लेकिन टेंट हाउस में लकडी और ज्वलनशील चीजें रखी होने की वजह से आग बढ़ती जा रही थी।

प्रयागराज के शास्त्री ब्रिज के पास लल्लूजी एंड सन्स टेंट हाउस में भीषण आग लग गई है। आग की ऊंची-ऊंची लपटें 3 किलोमीटर की दूरी से देखी गईं। आसमान में धुएं के गुबार भी दिखाई दिए। मौके पर फायर ब्रिगेड आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटा रहा लेकिन 4 घंटे बाद ही आग पर काबू पाया जा सका। टेंट हाउस में लकडी और ज्वलनशील चीजें रखी होने की वजह से आग बढ़ती ही जा रही थी। आग लगने की वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। आग की चपेट में आकर एक कार और कुछ स्कूटी के भी जल जाने की सूचना मिल रही है।
बता दें कि लल्लूजी एंड संस कंपनी ने महाकुंभ के दौरान तंबुओं का शहर बसाने का जिम्मा संभाला था। शनिवार की सुबह सात बजे प्रयागराज संगम क्षेत्र के परेड ग्राउंड से टेंट हाउस में आग लगने की सूचना मिली। करीब तीन किलोमीटर की दूरी से आग की ऊंची-ऊंची लपटें दिखाई दे रही थीं। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं।
लल्लूजी एंड संस कंपनी के बारे में बताया जाता है कि वर्षों से यह कंपनी संगम क्षेत्र में रेत पर तंबुओं का शहर बसाने का काम करती है। बताया जा रहा है कि महाकुंभ के बाद बड़ी संख्या में बांस-बल्लियां, टेंट के पर्दे और अन्य सामानों को इस गोदाम में रखा गया था। आग लगने की इस घटना में अभी तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
कई स्थानों पर हैं कंपनी के गोदाम
मिली जानकारी के अनुसार लल्लूजी एंड संस कंपनी के दफ्तर और प्रयागराज के परेड ग्राउंड के अलावा, झूंसी, रामबाग और नैनी में भी हैं। परेड ग्राउंड वाले गोदाम में आग लगी। सुबह-सुबह इस आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कई दमकल आग बुझाने के काम में जुट गईं। बांस-बल्लियों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों के चलते आग बुझाने के काम में दिक्कत आ रही थी। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटे थे। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।