दुनिया का सबसे मीठा आम बिहार में, जापान और थाईलैंड को चुनौती देने की तैयारी
- थाईलैंड का ब्लैक कस्तूरी मैंगो जामुनी रंग का होता है। इसकी मिठास मिश्री जैसी होती है। ब्लैक कस्तूरी मैंगो का पौधा आसानी से पहचाना जा सकता है, क्योंकि इसके पत्ते और इसमें लगने वाले मंजर काले होते हैं। यह डायबिटीज रोगियों के लिए लाभदायक है।

अब दुनिया का सबसे मीठा और महंगा आम बगहा में भी मिलेगा। बगहा के मंगलपुर के किसान जापान में होने वाले सबसे महंगा मियाजाकी और थाईलैंड का सबसे महंगा ब्लैक कस्तूरी आम के उत्पादन में जुटे हैं। किसान कल्याण शुक्ला ने दर्जनों प्रजाति का आम अपने बाग में लगाया है। तीन एकड़ में लीची और दो एकड़ में आम का बाग लगाकर वह पांच लाख रुपये सालाना आय कर रहे हैं। आम का उत्पादन करने के साथ ही वे आम के पौधे (कलम) भी तैयार कर रहे हैं। इससे भी उन्हें अच्छी आय हो रही है।
किसान कल्याण शुक्ला ने बताया कि थाईलैंड का ब्लैक कस्तूरी मैंगो जामुनी रंग का होता है। इसकी मिठास मिश्री जैसी होती है। ब्लैक कस्तूरी मैंगो का पौधा आसानी से पहचाना जा सकता है, क्योंकि इसके पत्ते और इसमें लगने वाले मंजर काले होते हैं। यह डायबिटीज रोगियों के लिए लाभदायक है। भारतीय बाजार में यह आम 600 से 700 रुपये प्रति किलो बिकता है। जापानी का मियाजाकी आम दो से ढाई लाख रुपए प्रति किलो बिकता है। जापान का मियाजाकी आम दुनिया का सबसे महंगा आम है। यह गहरे लाल और जामुनी रंग का होता है। यह कई गुणों से भरपूर और बहुत मीठा होता है। बता दें कि पूर्व में किसान पॉल्ट्री फार्म चलाते थे लेकिन कोरोना काल में उन्हें नुकसान हुआ। इसके बाद उन्होंने खेतीबाड़ी की राह चुनी। उन्होंने आम और लीची का बगीचा लगाया, फिर शौक बढ़ता गया और नर्सरी तैयार करना शुरू किया।
नर्सरी में मसालों के पौधे भी उपलब्ध
दुनिया के सबसे महंगे और सबसे मीठे फलों के उत्पादन करने वाले किसान की दिलचस्पी मसालों की खेती में भी है। उनकी नर्सरी में फल, फूल, सब्जियां और मसालों के पौधे भी हैं। करीब एक एकड़ में फैली उनकी नर्सरी में थाई अमरूद, पपीता, बड़ी इलायची, छोटी इलायची, वाटर एप्पल, नाशपाती समेत सहित कटहल, आम में अलफांसो, आम्रपाली, मल्लिका सहित कई प्रजातियों के पौधे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
बगहा दो के मंगलपुर औसानी पंचायत के किसान के द्वारा जापान की मियाजाकी व ब्लैक कस्तूरी के पौधे लगाए गए हैं। इनके द्वारा अन्य प्रजाति के भी आम के फलों की लगाए गए है। साथ ही साथ उनके द्वारा आम व लीची के बगीचा लगाए है। ऐसे किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग को पत्राचार किया जा रहा हैं। -आशुतोष कुमार, प्रभारी उद्यान पदाधिकारी, बगहा दो